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15 जून से 30 जून तक बागेश्वर में विशेष सेवा वितरण शिविर

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बागेश्वर: ‘धरती आभा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान’ के तहत समग्र विकास की ओर बढ़ते सशक्त कदम

बागेश्वर में ‘धरती आभा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान’ के अंतर्गत समग्र विकास की ओर सशक्त कदम
— जनजातीय बहुल क्षेत्रों में सेवा संतृप्ति, जिलाधिकारी आशीष भट्टगाईं के नेतृत्व में सफल क्रियान्वयन —
जिलाधिकारी आशीष भटगांई के नेतृत्व में जनपद बागेश्वर ने धरती आभा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत जनजातीय बहुल ग्रामों में संपूर्ण सेवा संतृप्ति की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है।

जिलाधिकारी ने बताया कि जहाँ-जहाँ कुछ आवश्यक सेवाओं में अंतराल चिन्हित हुए हैं, उन्हें पाटने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में 15 जून से 30 जून 2025 तक चयनित ग्रामों में सेवा वितरण शिविर आयोजित किए जाएंगे। इन शिविरों में राशन कार्ड, जाति/आय प्रमाण पत्र, जन धन अकाउंट, महिला एवं बाल विकास कार्यक्रम, कृषि किसान कार्ड, मत्स्य पालन, स्किल इंडिया, शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाएँ आदि एक ही मंच पर जनसामान्य को उपलब्ध कराई जाएँगी।

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जिले ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत शत-प्रतिशत घरों में नल से जल की सुविधा उपलब्ध कराई है। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में सभी पात्र लाभार्थियों को आवास उपलब्ध कराए गए हैं। घरेलू विद्युतीकरण में भी बागेश्वर 100% लक्ष्य प्राप्त करने वाला जिला बन चुका है। शिक्षा के क्षेत्र में समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत सभी विद्यालयों को आवश्यक मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई हैं तथा कोई भी विद्यालय शौचालय, पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित नहीं है। इन ग्रामों में मूलभूत स्वास्थ्य सेवाओं में भी जिला अग्रणी रहा है।

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इस अभियान के अंतर्गत विकासखंड कपकोट के चयनित आठ ग्राम पंचायतों—चौडा, खलझूनी, मिकिलाखलपट्टा, हरकोट, मल्लादेश, फरसालीपल्ली, गुलेर, सिमगढी—को क्लस्टर ग्राम के रूप में चयनित किया गया है। इनमें जनजागरूकता रैलियाँ, ग्राम सभाएँ एवं शपथ कार्यक्रम आयोजित कर स्थानीय जनता को योजनाओं की जानकारी दी गई।

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‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान’ सरकार की ‘होल ऑफ गवर्नमेंट अप्रोच’ की सशक्त मिसाल है, जिसमें विभिन्न विभाग एकीकृत रूप से जनसेवा हेतु कार्य कर रहे हैं। बागेश्वर जिला इस अभियान को जमीनी स्तर पर प्रभावी रूप से लागू कर रहा है और एक आदर्श मॉडल के रूप में उभर रहा है।

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