बागेश्वर: भिड़ी के ग्रामीणों ने खड़िया खनन के विरोध में कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि पट्टाधारक मनमानी पर उतर आया है। गरारी लगाने के लिए वन पंचायत में दो हरे चीड़ के पेड़ काटा दिए हैं। पेड़ कटाने पर सवाल किए गए। वह मारने को उतारू हो रहा है। जिससे गांव में तनातनी का माहौल है। कभी भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है। उन्होंने कार्रवाई नहीं होने पर एक अक्टूबर से जिला मुख्यालय पर क्रमिक तथा आमरण अनशन की चेतावनी दी।
शनिवार को वन पंचायत सरपंच मोहनी देवी के नेतृत्व में ग्रामीण कलक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने जिलाधिकारी कार्यालय परिसर पर प्रदर्शन किया। कहा कि भिड़ी गांव में खड़िया पट्टाधारक ने दो हरे चीड़ के पेड़ काट दिए हैं। वन पंचायत की भूमि में अवैध रूप से गरारी लगाई जा रही है। गांव वालों ने उसे रोकने का प्रयास किया। लेकिन वह अपने पुत्र तथा अन्य लोगों के साथ था। गांव के माधवनंद फोन पर पेड़ काटने की सूचना दे रहे थे। उनका फोन लूट कर तोड़ दिया। ग्रामीणों ने कहा कि वह लंबे समय से पट्टाधारक के विरुद्ध आंदोलित हैं। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। यदि गांव की शांति को भंग करने की कोशिश की गई तो एक अक्टूबर से ग्रामीण जिला मुख्यालय में आंदोलन करेंगे। इस मौके पर माधवानंद, भगवान सिंह, चंद मोहन, महेंद्र सिंह, हीरा बल्लभ पांडे, बसंत बल्लभ आदि उपस्थित थे।