मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सूचना एवं लोक संपर्क विभाग की समीक्षा बैठक की. बैठक में सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि, सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को आम जनता तक बेहतर ढंग से पहुंचाने के लिए सूचना तंत्र को मजबूत किया जाए. आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल के साथ ही प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों के साथ ही सोशल मीडिया और यूट्यूब का भी अधिक से अधिक इस्तेमाल किया जाएगा. कार्यों में तेजी लाने के लिए सूचना विभाग की ओर से ई-फाइलिंग प्रणाली का पूरी तरह से इस्तेमाल किया जाए.
वहीं, सीएम ने कहा कि जिलों में सूचना तंत्र को मजबूत किया जाए. साथ ही इस बात पर भी ध्यान दिया जाए कि प्रदेश के पर्वतीय जिलों में भी सूचना तंत्र मजबूत हो. इसके लिए विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को जिलों का नोडल अधिकारी बनाया जाए. इस दौरान सीएम धामी ने घोषणा करते हुए कहा कि पत्रकार कल्याण कोष के लिए कॉर्पस फंड की धनराशि को 5 करोड़ से बढ़ाकर 10 करोड़ रुपए की जाएगी. साथ ही पत्रकारों के लिए ग्रुप इंश्योरेंस लागू करने की दिशा में विभाग को इसका परीक्षण करने के निर्देश दिए हैं. तहसील स्तर तक के पत्रकारों को मान्यता प्रदान करने के लिए भी व्यवस्था बनाई जाए.
सीएम धामी ने कहा कि सरकार और जनता के बीच बेहतर तालमेल बनाने के लिए सरकार के चेहरे के रूप में सूचना विभाग की एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है. ऐसे में विभाग ये सुनिश्चित करे कि मीडिया और तमाम प्रचार माध्यमों के जरिए जनता को सरल भाषा में सरकार के कार्यों और योजनाओं की जानकारी दी जाए. जनहित में सरकार की ओर से चलाई जा रही तमाम योजनाओं और कार्यों की सक्सेस स्टोरी भी लगातार प्रकाशित की जाए. सीएम धामी ने सचिव सूचना को निर्देश दिए कि विभाग के कार्यों में और अधिक तेजी लाने के लिए और व्यवस्थाओं में सुधार के लिए हर 15 दिनों में विभाग की समीक्षा की जाए.
सूचना विभाग ने तमाम विभागों से तालमेल बनाकर सरकार के महत्वपूर्ण कामों को मीडिया के जरिए जन सामान्य तक पहुंचाए. विकास पुस्तिका डिजिटल रूप में भी जारी की जाए. फिल्म निर्माताओं को राज्य में फिल्म निर्माण के लिए लगातार प्रोत्साहित किया जाए और उन्हें हर संभव सुविधा उपलब्ध कराई जाए. क्योंकि इससे स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार मिलने के साथ ही उनकी आजीविका में भी वृद्धि होगी.
बैठक के दौरान सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिलों में हो रहे तमाम घटनाक्रमों की भी लगातार मॉनिटरिंग की जाए. जिला सूचना अधिकारियों की ओर से जिलों में मीडिया के साथ बेहतर तालमेल बनाकर काम करें. जिलाधिकारी और अन्य जिलास्तरीय अधिकारियों से लगातार समन्वय बनाकर सरकारी योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाए. उन्होंने निर्देश दिए कि जिला स्तर पर सूचना तंत्र को और मजबूत बनाने के लिए मानव संसाधन के साथ आधुनिक तकनीक पर विशेष ध्यान दिया जाए.

