जिलाधिकारी ने बैठक कर जिले में क्वालिटी एज्युकेशन के साथ ही शिक्षा व्यवस्था को सुदृड़ करने पर जोर दिया गया। जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने आज शिक्षा विभाग की समीक्षा की। कलेक्ट्रेट में आयोजित समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने बेसिक,माध्यमिक और इंटर कॉलेजों में शिक्षकों की अद्यतन स्थिति,छात्र-छात्राओं को दी जा रही सुविधाओं और गुणवत्तापरक शिक्षा के लिए किए जा रहें कार्यों और इंतजामों के साथ ही विद्यालयों में निर्माणाधीन भवनों के गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश मुख्य शिक्षा अधिकारी को दिए।
जिलाधिकारी ने क्वालिटी एजुकेशन पर बल देते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार लाने के लिए शिक्षकों के प्रशिक्षण व कौशल विकास पर ध्यान दिया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा विकसित मॉडल विद्यालयों में और संसाधन जुटाने का प्रयास किए जाय,जिसका क्रियान्वयन अन्य विद्यालयों में भी हो,ताकि बच्चों को इसका सीधा लाभ मिल सके। जिलाधिकारी ने विद्यालयों में छात्र संख्या बढ़ाने का जिक्र करते हुए कहा कि विद्यालयों में क्वालिटी एजुकेशन पर ध्यान देते हुए संसाधनों को बढ़ाना होगा तथा अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करना होगा। साथ ही विद्यालयों से कोई भी बच्चा ड्रॉपआउट न इसका विशेष ध्यान रखने के निर्देश शिक्षा विभाग को दिए गए।
जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि हर ब्लाक स्तर पर तीन-तीन मॉडल विद्यालयों को विकसित कर स्मार्ट क्लास के रूप में आधुनिक तकनीक से जोड़ा जाए। क्वालिटी एज्युकेशन को बढ़ावा देने के लिए बच्चों की ऑनलाइन क्लास के लिए आवश्यक इंतजाम किए जाए। ताकि वह स्कूल जिले के अन्य स्कूल के लिए भी रोल मॉडल बन सके। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले का कोई भी स्कूल शौचालय विहीन नही होना चाहिए। स्कूल भवनों के निर्माण के कार्य गुणवत्ता के साथ कराए जाए। नागरिकों की सुविधा और पारदर्शिता के लिए जिस योजना के तहत निर्माण कार्य हो रहें उसका सूचना बोर्ड अनिवार्य रूप से कार्यस्थल पर लगाने के निर्देश दिए।
बता दें कि जिलाधिकारी प्रत्येक दिन रोस्टर के आधार पर अलग-अलग विभागों की गहनता से समीक्षा कर रहें है। जिलाधिकारी ने कहा कि विभागों द्वारा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुंच रहा है या नही उसकी वह स्वंय समय-समय पर निरीक्षण कर पड़ताल करेंगे। जिलाधिकारी ने सभी विभागों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि समीक्षा के दौरान विभाग पूरी तैयारी के साथ बैठक में प्रतिभाग करें। गलत रिपोर्ट पेश करने वाले विभागों की जिम्मेदारी तय कर कड़ी कार्यवाही करने की हिदायत दी गई है।
बैठक में सीडीओ आरसी तिवारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी जेएस सोन सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।