पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और गणेश गोदियाल समेत कई कांग्रेसी बाजपुर से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुए। यूपी के बहेड़ी में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। हरीश रावत ने कहा कि जब किसानों की आवाज दब नहीं सकी तो बीजेपी ने किसानों को कुचलने का काम किया है।
कांग्रेस लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर हमलावर हो गई है। आज कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत बाजपुर पहुंचे। जहां हरीश रावत कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल समेत अन्य नेताओं के साथ ट्रैक्टर में सवार होकर आक्रोश जताया। जिसके बाद उन्होंने किसान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ नारे के साथ लखीमपुर खीरी कूच किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें बरेली में यूपी बॉर्डर पर बहेड़ी मे पुलिस ने रोक दिया। जिससे नाराज हरीश रावत टोल प्लाजा पर ही धरने पर बैठ गए।
दरअसल, कृषि कानून और लखीमपुर खीरी हिंसा के विरोध में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने ट्रैक्टर में सवार होकर किसान बचाओ लोकतंत्र बचाव मार्च निकाला। बाजपुर से हरीश रावत का काफिला लखीमपुर खीरी के लिए निकला, लेकिन उत्तर प्रदेश के पुलभट्टा बॉर्डर पर यूपी पुलिस ने उन्हें रोक दिया। जिसके बाद हरीश रावत समेत तमाम कांग्रेसी नेता धरने पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार भी किया।
इस दौरान हरीश रावत ने बीजेपी सरकार पर कानून और दबंगई से किसानों को दबाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पहले बीजेपी सरकार ने कृषि कानून को लागू कर किसानों की आवाज को दबाने का प्रयास किया था, लेकिन जब किसानों की आवाज दब नहीं सकी तो बीजेपी ने किसानों को कुचलने का काम किया है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार किसानों और आम जनता से उनके अधिकारों को छीनने का काम कर रही है। जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.