विपक्षी दल अडाणी मामले में लामबंद हो गए हैं। इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश में लगे हैं। कांग्रेस ने इसे बड़ा मुद्दा बताते हुए संसद में चर्चा कराने की बात कही है। विपक्ष का कहना है कि वो इस मामले पर चर्चा चाहती है।
संसद भवन में विपक्षी सांसद विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विपक्षी सांसद एकत्र हो गए और अडाणी मुद्दे पर संसद में इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की। सांसद हाथों में बड़े- बड़े बैनर पोस्टर लिए हुए हैं। संयुक्त संसदीय समिति या सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में अडाणी समूह के मामले की जांच की मांग को लेकर विपक्षी सांसद इकट्ठा हुए।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा हम संसद में अडाणी का मुद्दा उठाएंगे। सरकार इतने बड़े मुद्दे पर चुप है खासकर पीएम मोदी। कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा अब हमारी बैठक होगी। पूरा विपक्ष एक साथ आएगा चर्चा होगी और फैसला होगा।
यह केवल कांग्रेस का मुद्दा नहीं है, बल्कि भारत के आम लोगों का मुद्दा है. मैं निर्मला सीतारमण को सलाह देना चाहूंगा कि भारत में निरंकुशता के बजाय लोकतंत्र कायम रहना चाहिए. जब हम अपने विचार रखते हैं और मांग करते हैं, तो यह पाखंड नहीं है. यह लोकतंत्र है. आपकी सरकार जो करती है वह निरंकुशता है.’ वित्त मंत्री के यह कहने पर कि अडाणी के मुद्दे पर विपक्ष पाखंड कर रहा है, उन्होंने यह टिप्पणी की.
भाकपा सांसद बिनॉय विश्वम ने कहा मैं एलआईसी कर्मचारी महासंघ का अध्यक्ष हूं। अडाणी और अंबानी के लालच में एलआईसी के दुरुपयोग के खिलाफ एक आम संघर्ष के लिए हम एलआईसी में सभी यूनियनों की राय भी मांग रहे हैं।