जिला पंचायत में बजट आवंटन को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। बजट आवंटन व्यवस्था ठीक करने तथा सदन में महिला सदस्यों के साथ कोतवाल द्वारा की गई अभद्रता में कार्रवाई की मांग को लेकर जिपं उपाध्यक्ष समेत विपक्षी सदस्यों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा वह यहां से नहीं हटेंगे।
मालूम हो कि जिला पंचायत में बजट आवंटन को लेकर लंबे समय से घमासान चल रहा है। पहले भी इस मामले में 74 दिन का आंदोलन चला। इसके बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। विपक्षी सदस्यों ने बुधवार को एक बार फिर धरना शुरू कर दिया है। जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने कहा कि 21 अक्तूबर की जिला पंचायत की बैठक में गलत बजट आवंटन हुआ है। इसके बाद उनके महिला सदस्यों के साथ कोतवाल ने अभद्रता की है। यह अभद्रता जिपं अध्यक्ष के फोन के बाद हुई है। इस समस्या के समाधान को लेकर उन्होंने जिले की डीएम अनुराधा पाल से भी मुलाकात की थी। उन्होंने कुछ दिन का समय दिया था, अब वह समय सीमा भी समाप्त हो गयी और उन्हें कोई न्याय नहीं मिला। अब उनके पास आंदोलन के अलावा कोई दूसरा चारा नहीं है। तब तक बजट आवंटन में मनमानी दूर नहीं होती तथा महिला सदस्यों से अभद्रता करने वाले कोतवाल के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी तब तक उनका धरना और आंदोलन जारी रहेगा। इस मौके पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार, जिपं सदस्य हरीश ऐठानी, पूजा आर्या, गोपा धपोला, इंद्रा परिहार, सुरेश खेतवाल, रूपा कोरंगा तथा रेखा देवी आदि मौजूद रहे।