गड़बड़ी के मामले में बागेश्वर के गैराड़ डाकघर में खातों की जांच चल रही है वही जांच के दौरान लगातार नए मामले सामने आ रहे हो। नया खुलासा फिर से हो गया है। बागेश्वर के गैराड डाकघर के पोस्टमास्टर ने पोस्टआफिस में बगैर खाते खोले ही लोगों को फर्जी खाता संख्या दे दिए और रकम खुद हड़पता रहा। घपलेबाजी की करीब 95 प्रतिशत जांच पूरी हो गई है।
बता दे कि मई के मध्य में गैराड़ शाखा में खातों में गड़बड़ी की बात सामने आई थी। मामला सामने आने के बाद डाक विभाग ने मामले की जांच शुरू की थी। मामले की जांच कर रहे पोस्टल निरीक्षक डीएस पांगती ने पोस्टआफिस के खातों में गड़बड़ी की बात स्वीकार की थी। शुरूआती जांच में घपलेबाजी की पुष्टि होने पर गैराड़ शाखा डाकघर के पोस्टमास्टर आनंद सिंह के खिलाफ नो वर्क नो पे की कार्रवाई की गई थी।
बीते दिनों पोस्टल निरीक्षक डीएस पांगती एक बार फिर दस्तावेजों की जांच के लिए गैराड़ पहुंचे थे। डाक निरीक्षक पांगती ने बताया कि जांच में चार मामले ऐसे सामने आए हैं, जिनका पोस्टआफिस के दस्तावेजों में कोई उल्लेख नहीं है। पोस्टमास्टर ने चार लोगों के पोस्टआफिस में खाते नहीं खोले। उनको फर्जी खाता नंबर दे दिया। उन लोगों से ली गई रकम स्वयं डकारता रहा। लोगों से करीब डेढ़ लाख रुपये पोस्टमास्टर ने हड़पे हैं। डाक निरीक्षक ने बताया कि दो अन्य मामले भी ऐसे सामने आए हैं। ये दो लोग पोस्टमास्टर के परिवार के ही हैं। उनका आपस में समझौता हो गया था।
डाक निरीक्षक ने बताया कि पोस्टआफिस में जिन लोगों के खाते खुले हैं, उनमें किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं है। उनमें पूरी रकम जमा है। घपलेबाजी बगैर खाता खोले रकम हड़पने की है। पांगती ने यह भी बताया कि पोस्टमास्टर ने लोगों से ली गई रकम अपने भाई के इलाज में लगाने की बात स्वीकार की है। डाक निरीक्षक का कहना है कि घपलेबाजी की 90 फीसदी जांच कर ली गई है। जांच पूरी होते ही रिपोर्ट एसपी पोस्टल अल्मोड़ा को भेजी जाएगी। एसपी के स्तर से ही पोस्टमास्टर के खिलाफ कार्रवाई होगी।