उत्तरकाशी। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के डुंडा विकासखंड के मातली गांव में मंगलवार, 19 अगस्त 2025 की देर रात भारी बारिश के बाद दो बरसाती गदेरे उफान पर आ गए, जिससे करीब 20 घरों में पानी और मलबा घुस गया। डरे हुए ग्रामीणों ने घर छोड़कर नजदीकी होटलों में शरण ली।
इसके अलावा, गंगोत्री हाईवे पर मलबा आने से करीब पांच घंटे तक आवाजाही ठप रही। स्थानीय निवासियों अरविंद उनियाल, सुभाष जुयाल और राजपाल पंवार ने बताया कि दुग्धडेयरी और आंबेडकर भवन के पास गदेरों में जलस्तर बढ़ने से पानी और मलबा घरों में घुस गया।
लोगों ने रातभर जागकर और सुरक्षित स्थानों पर जाकर अपनी जान बचाई। बीआरओ ने मलबा हटाकर हाईवे पर आवाजाही बहाल की, लेकिन सड़क पर कीचड़ और दलदल के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मातली के अलावा जोशियाड़ा, कोटी, बोंगा रोड और गोफियारा में भी नाले उफान पर आने से कई घरों में पानी घुस गया।
इससे कई घरों की सुरक्षा दीवारें और आंगन क्षतिग्रस्त हो गए। ग्रामीणों ने पूरी रात जागकर काटी। यह घटना उत्तराखंड में हाल की प्राकृतिक आपदाओं, जैसे हर्षिल में कृत्रिम झील और चमोली में भूस्खलन, के बीच बारिश से उत्पन्न चुनौतियों को उजागर करती है। प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों से दूर रहने और सतर्कता बरतने की अपील की है।
