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एक महीने से टैंट में जीवन यापन कर रहा आपदा पीड़ित परिवार,बारिश में मकान टूटने की वजह से बेघर हुवा पीड़ित परिवार।

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बागेश्वर जिला मुख्यालय से मात्र पांच किमी दूर रह रहे आपदा पीड़ित पर भी प्रशासन की नजरें नहीं पहुच पा रही हैं। पीड़ित परिवार अभी भी टैंट में रहने को मजबूर हैं। अब ठंढ बढ़ने लगी है। इस कारण पीड़ित परिवार के बीमार पड़ने का खतरा बढ़ गया है। पीड़ित ने तहसील प्रशासन को पत्र लिखकर समस्या का समाधान करने की मांग की है।

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अमतोड़ा निवासी हरीश राम पुत्र मदन राम ने उपजिलाधिकारी को पत्र लिखकर बताया कि अक्टूबर में हुई भीषण बरसात में उनका मकान टूट गया, तब से वह टैंट बनाकर रह रहा है। आपदा विभाग में एवं तहसील में लिखित में एवं मौखिक सूचना दी, लेकिन विभाग ने उनकी नहीं सुनीं। तब तहसीलदार ने बताया कि पटवारी को भेज देंगे, लेकिन वह भी नहीं आए, तब से आपदा की मार झेल रहा हैं। इन दिनों ठंड बढ़ने लगी है। इतना ही नहीं जंगली जानवरों का भी खतरा मंडरा रहा है। इस कारण उनकी परेशानी बढ़ गई है। परिवार में उसकी पत्नी और दो बच्चे रहते हैं।। वह मेहनत मजदूरी कर किसी तरह बच्चों का पालन कर रहा है, लेकिन उनकी समस्या आज भी जस की तस है। उन्होंने जल्द समस्या का समाधान करने की मांग की है।

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