पुलिस ने बेरोजगार संगठन के अध्यक्ष बॉबी पवार समेत पांच लोगो के खिलाफ विभिन्न धाराओं पर मुकदमा दर्ज किया गया। सभी को न्यायालय में पेश किया जा रहा है। न्यायालय के आदेश के बाद आगे की कार्रवाई होगी। पुलिस की इस कार्रवाई पर विभिन्न संगठनों ने कड़ी आपत्ति जताई है। इसे पुलिस का क्रूर प्रशासन बताया है।
बेरोजगार संगठन के अध्यक्ष पवार समेत अन्य लोगों को पुलिस ने शुक्रवार को नुमाईशखेत के पास से गिरफ्तार किया और कोतवाली ले गई। यहां बॉबी पवार, कार्तिक उपाध्याय, भूपेंद्र कोरंगा, राम कनवाल, नितिन दत्त, के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 188, 186, 171 जी के तहत कारईवाई की गई। पुलिस अभी पांचों को न्यायालय ले गई है। न्यायालय के आदेश के बाद आगे की कार्रवाई होगी। गिरफ्तारी के दो घंटे बाद पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने गिरफ्तारी को लेकर पत्रकार वार्ता की। उन्होंने बताया कि पवार के खिलाफ देहरादून में एक मुकदमा दर्ज है। इस मामले में वह बेल पर है। बेल में न्याायालय के निर्देश हैं कि वह देहरादून में ही खास जगह में रहकर की संगठन के काम कर सकते हैं अन्य स्थानों पर नहीं। इधर बागेश्वर में विधानसभा उपचुनाव हैं उसे प्रभावित करने की उनकी मंशा थी। जैसा की उनके व्हाटएप ग्रुप में चल रहा था। इंटलीजैंस का इनपुट था कि ये लोग अशांति फैलाने आ रहे हैं। इससे संबंधित कुछ दस्तावेज भी उनके पास थे। उन्होंने जिला प्रशासन से कार्यक्रम की अनुमति मांगी थी, लेकिन प्रशासन ने धारा 144 लगे होने के कारण उन्हें अनुमति नहीं थी। उनका कोई राजनैतिक दल नहीं है। वह चुनाव में अशांति फैलाने के लिए यहां आए थे। उनके साथ एक कपकोट तथा अन्य बाहरी क्षेत्र से युवक आए हैं। धारा 144 के उल्लंघन पर उनके खिलाफ कारईवाई हुई है। पांचों को न्यायालय में पेश किया गया है।