उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पेपर लीक मामले को लेकर विवादों में आने के बाद सरकार ने अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव संतोष बडोनी पर आखिरकार बड़ा निर्णय ले लिया है। आयोग के सचिव संतोष बडोनी को उनके पद से अवमुक्त कर दिया गया है।
शासन की तरफ से इस पर सचिव शैलेश बगोली ने उन्हें आदेश भी जारी किए हैं।
आपको बता दें कि हाल ही में ग्रेजुएशन स्तर की प्रतियोगी परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद से ही आयोग विवादों में आ गया था। इससे पहले आयोग के अध्यक्ष एस राजू ने सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ लगातार हो रही बयानबाजी की वजह से आहत होकर नैतिकता के आधार पर अपना इस्तीफा दे दिया था।
इस दौरान उन्होंने कुछ सफेदपोश लोगों का भी जिक्र किया जो इस धांधली में शामिल हैं। एस राजू ने कहा था कि, वो जानते हैं कि इसमें राजनीतिक पृष्ठभूमि के लोगों का भी हाथ है लेकिन अभी इस बारे में खुलकर कुछ नहीं कह सकते। उन्होंने कहा था कि यदि पुलिस जांच ठीक से होती है तो उन राजनीतिक लोगों का भी नाम सामने आएंगे इस मामले में एसटीएफ पेपर लीक के आरोपियों को गिरफ्तार करने में जुटी हुई है। इस मामले में एसटीएफ 17 आरोपियों की गिरफ्तारी कर चुकी है। अब शासन की तरफ से भी इस मामले पर आदेश जारी करते हुए सचिव को उनके इस पद से अवमुक्त किया गया है। उनकी जगह सचिव पद की जिम्मेदारी अब सुरेंद्र सिंह रावत जो कि उत्तराखंड शासन में संयुक्त सचिव के पद पर हैं उन्हें दी गई है।
इससे पहले आज उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक मामले में गिरफ्तारी का सिलसिला बढ़ा था। उत्तराखंड एसटीएफ ने नकल माफिया गैंग की अहम कड़ी को गिरफ्तार किया था। सरकारी नौकरियों का सौदागर कहे जाने वाले मास्टरमाइंड के मुख्य साथी तनुज शर्मा को लंबी पूछताछ और पुख्ता सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपी तनुज शर्मा देहरादून के रायपुर चौक का रहने वाला है और वर्तमान में उत्तरकाशी के राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज नेटवाड़ में शिक्षक के रूप में काम करता है। तनुज शर्मा से की गई पूछताछ एवं विवेचना के दौरान मिले अहम साक्ष्यों के आधार पर तनुज शर्मा गिरफ्तार किया गया। एसटीएफ को ऐसे दर्जनों अन्य परीक्षार्थी के बारे में पुख्ता जानकारी मिली है जो पेपर लीक से पास हुए है और इस कड़ी से जुड़े हुए थे।
तनुज शर्मा की पूछताछ में इस परीक्षा लीक मामले का मुख्य सरगना एवं कुछ अन्य के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई है। जिनके संबंध में साक्ष्य संकलन एवं विवेचना जारी है। अभियुक्त द्वारा करीब 20 अभ्यर्थियों को अपने घर में परीक्षा से पहले रात को प्रश्न पत्र और उसके उत्तर याद कराये गये। साथ ही कुछ छात्रों को देहरादून से अन्यत्र स्थान पर ले जाकर भी पेपर लीक किया गया।