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विद्यार्थी की उपलब्धि ही शिक्षक की वास्तविक पूंजी – विनय कुमार

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जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बागेश्वर में निपुण भारत मिशन के अंतर्गत बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु प्रधानाध्यापकों के तीन दिवसीय क्षमता संवर्धन प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन हो गया है। इस अवसर पर जनपद बागेश्वर में तीनों विकास खण्डों के आठ प्राथमिक विद्यालयों को जनपद स्तर से उत्कृष्ट निपुण विद्यालय श्रेणी में चयनित होने पर प्रशस्ति पत्र तथा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। समापन अवसर पर बोलते हुए जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा विनय कुमार ने कहा कि एक शिक्षक की वास्तविक पूंजी उसके विद्यार्थियों की उपलब्धियां होती हैं और इस हेतु इसकी बुनियाद को मजबूत करने की जिम्मेदारी सभी हितधारकों की है। डायट प्राचार्य डाॅ. मनोज कुमार पांडेय ने जनपद के निपुण श्रेणी के सभी 55 विद्यालयों के शिक्षकों को पूरे मनोयोग से विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु कार्य करने के लिए प्रेरित किया। डायट एफ.एल.एन समन्वयक डॉ. संदीप कुमार जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष का प्रशिक्षण नेतृत्व क्षमता विकास, बाल मित्र पुस्तकालय निर्माण, विद्यालय विकास योजना, निपुण शिक्षक संदर्शिकाओं के उपयोग, रीडिंग कॉर्नर का संचालन, विद्यालय की सामान्य प्रक्रियाओं के बेहतरीन करण एवं प्रधानाध्यापक की भूमिकायें एवं उत्तरदायित्व पर केंद्रित रहा। आगे आने वाले चरणों में जनपद के समस्त प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। जनपद के समस्त प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापकों को अपने निकटतम निपुण विद्यालय में जाकर तीन दिन का अनुभवात्मक प्रशिक्षण भी प्राप्त करना होगा। प्रशिक्षण के उपरांत 2 दिन का फॉलोअप भी आगे आने वाले माहों में किया जाएगा। प्रशिक्षण में खंड शिक्षा अधिकारी कपकोट चक्षुस्पति अवस्थी ने भी अपने विचार व्यक्त किये । प्रशिक्षण में संदर्भ दाता के रूप में बलवंत सिंह, संजय पूना, विजय नौटियाल, प्रवेश, संजय सेमवाल, अलिस्बा एवं प्रतीक्षा ने सहयोग दिया। इस अवसर पर डाॅ. के.एस.रावत, कैलाश प्रकाश चंदोला, डॉ. हरीश जोशी, चन्द्र प्रकाश कर्नाटक, मंजू गड़िया, रीता जोशी,विष्णु दत्त जोशी, कमलेश पाण्डे समेत सभी 55 प्रधानाध्यापक उपस्थित रहे।

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