भारतीय रेड क्रॉस समिति बागेश्वर के तत्वाधान में बिलोरी गांव, लूरीगांव तोक में आपदा राहत सामग्री वितरित की गई। इस दौरान सबसे गंभीर स्थिति अनिल कुमार के परिवार की सामने आई, जिनका मकान पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है। निर्धन परिवार से आने वाले अनिल कुमार को तत्काल आश्रय की आवश्यकता है।
रेडक्रॉस की अस्तित्व टीम के संयोजक डॉ. संजय कुमार टम्टा ने त्वरित राहत हेतु सभी को अवगत कराया। राहत अभियान के दौरान सम्मानित सदस्य विनोद कुमार ने आगे आकर ₹5000 की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की।
इस कार्य में रेडक्रॉस सोसाइटी बागेश्वर के वरिष्ठ सदस्य डॉ. संजय कुमार टम्टा, मनीष कुमार टम्टा, सुनील टम्टा, सरिता पपोला और अन्य साथियों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
राहत कार्य से लौटते समय टीम पालड़ी छीना-जैनकरास रोड पर चनोली के पास पहाड़ टूटने से करीब 4 घंटे तक फंसी रही। कठिन हालात में भी मानवता की डोर एक बार फिर दिखाई दी। चनोली गांववासियों ने टीम को चाय-पानी और भोजन की व्यवस्था कर सहारा दिया। लोक निर्माण विभाग की जेसीबी पहुँचने तक ग्रामीण स्वयं टीम के साथ खड़े रहे।
रेडक्रॉस सोसाइटी बागेश्वर की यह यात्रा केवल राहत वितरण तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसने यह भी साबित किया कि जब आप दूसरों की मदद करते हैं, तो कठिन समय में भी कोई न कोई आपके साथ खड़ा हो जाता है।
विशेष धन्यवाद फते सिंह करायत और सभी सहयोगियों को, जिन्होंने इस मानवीय अभियान को सफल बनाने में योगदान दिया।






