फटगली निवासी पूर्णिमा तिवारी को बाल अधिकारों के संयुक्त सम्मेलन में गठित बाल संसद में मंत्री बनाया गया है। एक सप्ताह तक चले कार्यक्रम के अंतिम दिन उन्हें क्लीन एंड ग्रीन इनर्जी मिनिस्टर चुना गया।
बाल संसद में आसाम की तेजस्वनी को बाल संसद का प्रधानमंत्री और लवौमीत को उप प्रधानमंत्री चुना गया। पूर्णिमा सहित विभिन्न राज्यों के 18 बच्चों को मंत्री पद की जिम्मेदारी मिली।
बाल संसद में मंत्री बनने वाली पूर्णिमा प्रदेश की एकमात्र सदस्य है। कार्यक्रम का आयोजन बाल अधिकार संगठन की ओर से कराया गया।
कक्षा पांच की छात्रा 10 वर्षीय पूर्णिमा तिवारी सामाजिक कार्यकर्ता भाष्कर तिवारी और निजी विद्यालय की संचालिका पूनम तिवारी की पुत्री हैं। उन्होंने एक सप्ताह तक चलने वाले बाल अधिकारों के ऑनलाइन चले संयुक्त सम्मेलन में भागीदारी की थी।
कार्यक्रम में शामिल देश भर के बच्चों ने छह दिन तक चली संसद में बाल अधिकारों को लेकर विचार रखे। सातवें दिन बाल संसद के गठन के बाद चयनित मंत्रियों ने अपनी आवाज और सिफारिशों को रखा और उन्हें यूएनसीआरसी में शामिल करने की सिफारिश की। कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्य, सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा, कमजोर समूह और पर्यावरण की भागीदारी और बच्चों के विकास को लेकर बजट को लेकर वार्ता की गई।