क्षेत्रीय विधायक सुरेश गड़िया ने जिलाधिकारी अनुराधा पाल की उपस्थिति में अधिकारियों की बैठक लेते हुए आपदा से हुए नुकसान के पुनःनिर्माण कार्यों एवं विकासात्मक कार्यों की समीक्षा की। सोमवार को तहसील सभागार कपकोट में आयोजित समीक्षा बैठक में विधायक ने अपनी विधानसभा से सम्बंधित विकासात्मक कार्यों की विभागवार समीक्षा की। तथा अधिकारियों को चालू मानसून सत्र में आपदा से विभागीय एवं सार्वजनिक व निजी परिसम्पत्तियों को हुए नुकसान के पुनः निर्माण कार्य के आगणन तेजी से बनाने के साथ ही बंद सड़कों को यातायात के लिए सुचारू करने तथा क्षतिग्रस्त परिसम्पत्तियों में तेजी के साथ काम करने के निर्देश दिए।
विधायक ने कहा विधानसभा कपकोट आपदा के दृष्टि से अति संवेदनशील है। ज्यादा बारिश होने से पत्थर बोल्डर और भूस्खलन से यहां सड़के,पैदल मार्ग तुरन्त बन्द हो जाते है। कई सार्वजनिक,विभागीय और निजी परिसम्पत्तियों को भारी नुकसान हुआ है। वर्तमान तक करीब 23 करोड़ की क्षति का आंकलन किया गया है। विभागों द्वारा आपदा प्रबंधन विभाग को कई क्षतिग्रस्त परिसम्पत्तियों के आगणन नही भेजने पर विधायक ने नाराजगी जाहिर करते हुए अधिकारियों को हिदायत देते हुए अबिलम्ब आगणन भेजने के निर्देश दिए। जनता की मूलभूत सुविधाओं से जुड़े पेयजल,बिजली,शिक्षा,सड़क,स्वास्थ्य आदि विभागों की परिसम्पत्तियों का आगणन शीघ्रता से तैयार कर आपदा प्रबंधन को भेजा जाए। ताकि कार्यों में तेजी लाते हुए स्थानीय लोगों को राहत दी जा सके। विधायक ने कहा कि विद्यालयों भवनों, छतों,पंचायत घरों,आंगनबाड़ी केंद्रों,अवरूद्ध सड़क मार्गों,पैदल मार्गों,सिंचाई नहरों,गुलों,पुलों,पुलियों,आवास, मत्स्य पालकों के तालाब आदि के त्वरित होने वाले कार्य में कतई भी लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी। उसके उपरांत विधायक ने एक अन्य बैठक लेते हुए कहा कि स्वतंत्रता दिवस को कपकोट में भव्य रूप से मनाया जाएगा। जिसमें सभी विभागों के अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गई है। तथा तय समय के भीतर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि विधायक द्वारा दिये गए निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। आपदा से क्षतिग्रस्त विभागीय परिसम्पत्तियों का प्रस्ताव तत्काल उपलब्ध कराएं जाए। ताकि पुनः निर्माण कार्यों में तेजी लायी जा सके।
बैठक में जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने जानकारी देते हुए बताया कि चालू मानसून सत्र में वर्तमान तक विधानसभा कपकोट में 23 करोड़ की परिसम्पत्तियां क्षतिग्रस्त हुई है। जिसमें पीडब्ल्यूडी की 18 परिसम्पत्तियों को नुकसान हुआ है। सिंचाई विभाग की 35 परिसम्पत्तियां जबकि जल संस्थान की 5 परिसम्पत्तियां क्षतिग्रस्त हुई है। इसी तरह कई विभागों की परिसम्पत्तियां क्षतिग्रस्त हुई है।
बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सोन,अधिशासी अभियंता जल निगम वीके रवि, ग्रामीण निर्माण विभाग संजय भारती,जिला पूर्ति अधिकारी मनोज कुमार वर्मन,जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।