रॉबर्ट वाड्रा ने राजनीति में शामिल होने की चर्चाओं के बीच रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि वह अपने परिवार से चर्चा करने के बाद ही कोई अंतिम निर्णय लेते हैं। हालांकि उन्हें राजनीति में शामिल होने और मुरादाबाद का प्रतिनिधित्व करने के अनुरोध मिले हैं।
राबर्ट वाड्रा ने कहा कि भाजपा या किसी अन्य पार्टी के खिलाफ लड़ने का राजनीति ही एकमात्र तरीका है, क्योंकि वे हमारे खिलाफ आरोप लगाते रहते हैं। वाड्रा ने कहा कि मैंने अभी तक यह तय नहीं किया है लेकिन मेरा मुरादाबाद में पारिवारिक व्यवसाय है। मेरे पूर्वज वहीं से थे और मेरी सामाजिक कार्यस्थली भी वहीं है। इसलिए मैं चाहता हूं कि मैं मुरादाबाद का प्रतिनिधित्व करूं। कई अन्य दलों ने मुझे प्रस्ताव दिए हैं लेकिन मेरा ध्यान कांग्रेस पर है। इसलिए मैंने अभी तक फैसला नहीं किया है। लेकिन मुझे लगता है कि जल्द ही इस पर फैसला करने जा रहा हूं। साथ ही रॉबर्ट वाड्रा ने अपने ऊपर लगे आरोपों के बारे में कहा कि पिछले 10 वर्षों से मैंने देखा है कि न केवल भाजपा बल्कि आम आदमी पार्टी और कुछ अन्य पार्टियां अफवाहें फैला रही हैं। वे मुझ पर जो भी आरोप लगा रहे हैं, वे पूरी तरह से झूठे और आधारहीन हैं। लगभग हर महीने वे हमें आयकर विभाग से नोटिस भेजते हैं। लेकिन उनको मिलता कुछ नही। हालांकि यह उनका तरीका है और वे यह सब तब करते हैं, जब उनकी सरकारें किसी परेशानी में होती हैं। मैं गांधी परिवार से जुड़ा हूं, मेरा अपना व्ययवसाय है, इसलिए वे कुछ न कुछ खोजते रहते हैं, जो कि गलत परंपरा है। राजनीति में आने की संभावनाओं पर वाड्रा ने कहा कि मैंने इन आरोपों से लड़ने के लिए कानूनी तरीके अपनाए हैं। लेकिन मुझे लगता है कि वे मेरे व्यापारी होने और एक राजनीतिक परिवार का हिस्सा होने के बीच अंतर नहीं करते हैं। अगर मुझे उनसे लड़ना है तो संसद में जाना होगा। वहीं पर उनके आरोपों का जवाब दे पाउंगा और उनसे लड़ पाउंगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा राजनीति में होने के कारण मैं अपने सामाजिक कार्यों को बड़े पैमाने पर कर पाऊंगा। मुझे लगता है कि यही मेरा उद्देश्य है। यूपी विधानसभा चुनाव में महिला उम्मीदवारों को प्राथमिकता देने के, प्रियंका गांधी के प्रयासों की उन्होंने प्रशंसा की। इसके अलावा वाड्रा ने हाल ही में यूक्रेन से भारतीय छात्रों को निकालने की प्रक्रिया को लेकर केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि लोग वहां पीड़ित हैं। यह भी कहा कि ये सरकार की जिम्मेदारी है कि वह सभी राजनीतिक दलों को विश्वास में रखे और उन्हें वर्तमान स्थिति के बारे में अवगत कराएं।