उत्तराखंड की देवभूमि बागेश्वर ने एक और साहसिक कहानी को जन्म दिया है। जिले के सुंदरढुंगा ग्लेशियर क्षेत्र में स्थित 15,000 फीट की ऊंचाई पर बसे कनाकटा पास को एक 9 वर्षीय बच्चे ने पार कर इतिहास रच दिया है। यह ट्रेक 18 से 24 मई 2025 के बीच आयोजित किया गया, जिसका नेतृत्व प्रसिद्ध ट्रेकिंग समूह ट्रेक विथ दानू ने किया। इस अभियान के संचालक और मार्गदर्शक जीतू दानू रहे, जो लंबे समय से हिमालयी ट्रेकिंग में सक्रिय हैं।
बेंगलुरु से आए इस ट्रेकिंग दल में शामिल इस नन्हे पर्वतारोही केविन साहा ने अपनी उम्र की परवाह किए बिना बर्फीले रास्तों, पत्थरीली चढ़ाइयों और ऑक्सीजन की कमी जैसी चुनौतियों को मात दी। उसकी जिजीविषा, धैर्य और साहस ने न केवल उसके साथियों को चौंकाया, बल्कि पूरे पर्वतारोहण जगत को प्रेरित कर दिया है। यह ट्रेक इस वर्ष कनाकटा पास का पहला सफल अभियान भी रहा।
इस अभियान ने यह सिद्ध कर दिया है कि अब बागेश्वर केवल तीर्थ और आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि साहसिक पर्यटन और युवा प्रेरणा का प्रमुख स्थल बनता जा रहा है। हिमालय की गोद में स्थित कनाकटा, सुंदरढुंगा, पींडारी और मैकतोली जैसे ट्रेक अब विश्वभर के रोमांच प्रेमियों को आकर्षित कर रहे हैं।
9 साल की उम्र में इस ऊंचाई को पार करना साधारण उपलब्धि नहीं है। यह कहानी आने वाली पीढ़ियों को बताती है कि यदि साहस हो, तो पर्वत भी झुक जाते हैं। यह उपलब्धि उत्तराखंड को साहसिक पर्यटन के मानचित्र पर और मजबूती से स्थापित करती है और दिखाती है कि हिमालय की ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए उम्र नहीं, जज्बा चाहिए।






