- जल जीवन मिशन के तहत मनाखेत में पेयजल योजना निर्माण पर सवाल उठाने पर जिलाधिकारी ने त्वरित कार्रवाई की है। विभागीय अधिकारी और कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति की है। उन्होंने पेयजल सचिव को विभागीय कार्रवाई को पत्र भेजा है। पाइपों में आए अंतर की धनराशि भी संबंधितों से वसूल ली गई है। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में कोताही और गुणवत्ता पर कतई समझौता नहीं होगा।
जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत मनाखेत में पेयजल लाइन बिछाई गई। जिसकी जांच मुख्य विकास अधिकारी की टीम ने पूरी की। पाइपों आदि की जांच में लगभग 10 लाख रुपये का अंतर दिखाया गया। कम पाइप लगने की संभावना थी। सीडीओ की रिपोर्ट के आधार पर बीते छह जुलाई को संबंधित अधिकारियों, कर्मचारियों पर विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है। अधिक भुगतान की वसूली के निर्देश दिए गए। बुधवार को संबंधित ठेकेदार से यह रकम वसूल भी ली गई है। ठेकेदार का भुगतान लगभग 12 लाख रुपये विभाग के पास था। वह जमानत धनराशि भी जब्त की जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि जल जीवन मिशन योजना केंद्र सरकार की है। योजना के निर्माण आदि की जांच थर्ट पार्टी से भी कराई जा रही है। जिस पर केंद्र सरकार की भी नजर है। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर कोताही बरतने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
जिलाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि 4 जुलाई को उनके समक्ष पत्रावली प्रस्तुत हुई थी और 6 जुलाई को उनके द्वारा कार्रवाई की संतुष्टि कर दी गई थी।