प्राथमिक विद्यालय हरसीला स्थायी शिक्षक को तरस गया है। 2017 से यह विद्यालय व्यवस्था के तहत चल रहा है। इस कारण यहां अध्ययरत 14 बच्चों का जीवन अंधकारमय बना हुआ है। क्षेत्र के लोगों ने क्षेत्र भ्रमण पर आए पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण व पूर्व जिपं अध्यक्ष हरीश ऐठानी के सामने रखी। दोनों नेताओं ने फोन के माध्मय से जिलाधिकारी को समस्या बताई और जल्द शिक्षक भेजने की मांग की।
पूर्व विधायक फर्स्वाण ने बताया कि वह इन दिनों क्षेत्र भ्रमण पर हैं। हरीसीला पहुंचने पर प्रधान हरीश नेगी ने उन्हें बताया कि उनका विद्यालय स्थायी शिक्षक को तरस गया है। 2017 से विद्यालय व्यवस्था के तहत चल रहा है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि एक महीने में तीन से चार शिक्षक व्यवस्था में बदल दिए जा रहे हैं। यहां पढ़ने वाले 14 बच्चे यह नहीं समझ पा रहे हैं कि उनके शिक्षक कौन हैं। सड़क से लगते नजदीक विद्यालयों की ये दुर्दशा है। पांच साल से शिक्षक की राह देख रहा है। वे झूठे आश्वासन से थक गए हैं। उनका कहना है अगर उनके विद्यालय की अनदेखी की गई तो वो आंदोलन को बाध्य होंगे।
वही ग्राम प्रधान हरीश नेगी ने बताया कि 2017 से विधायल के हालत ऐसे ही है यहां हर महीने शिक्षक बदल जाते कभी कभी एक महिने में भी कई शिक्षक बदले जा रहे है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द से जल्द स्थाई शिक्षक विधालय को नही दिया गया तो वह बच्चो के साथ धरने मे बैठ जायेगे। इस मौके पर हरीश जोशी, उम्मेद गढ़िया, कमलेश गढिया, अभिभावक संघ अध्यक्ष सीमा गढ़िया आदि लोग मौजूद थे।