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23 साल बाद भी सड़क की मांग पूरी नही होने से सांसद आदर्श गाव के ग्रामीणों ने जताई नाराजगी,चुनाव बहिष्कार की दी चेतावनी।

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बीनातोली-कुंझाली-मजकोट सड़क का काम पूरा नहीं होने से मजकोट के ग्रामीणों में गहरी नाराजगी जताई है। आक्रोशित ग्रामीणों ने जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन कर सड़क में जल्द डामरीकरण का काम शुरु करवाने की मांग की। ग्रामीणों ने 10 दिन में कार्य शुरु नहीं होने पर 18 दिसंबर से आंदोलन करने और आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने की चेेतावनी दी।

मजकोट के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी कार्यालय में नारेबाजी कर डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। ग्रामीणों ने बताया कि 1997 से वह सड़क की लड़ाई लड़ रहे ‌हैं। शासन ने 2004 में 15 किमी लंबे मोटर मार्ग को स्वीकृति प्रदान की थी, जबकि वर्ष 2011 में लोनिवि ने निर्माण कार्य शुरु किया। वर्ष 2013-14 में 10 किमी सड़क का कटान भी पूरा हो गया, लेकिन डामरीकरण नहीं हुआ। कई बार विभाग और प्रशासन से मांग करने के बाद वर्ष 2019 में सड़क पीएमजीएसवाई को हस्तांतरित की गई। सरकार ने मोटर मार्ग के अपग्रेडेशन और डामरीकरण के लिए 931.51 लाख की धनर‌ाशि भी आवंटित कर दी थी। निविदा के समय ठेकेदार ने विभाग के खिलाफ टेंडर मे धांधली का आरोप लगाते हुए उच्च न्यायालय में मामला दायर कर दिया, जिसके बाद से सड़क का काम फिर ठप पड़ गया है।

ग्रामीणों ने कहा कि मजकोट गांव कुमाऊं और गढ़वाल की सीमा पर बसा है। वर्तमान में यह सांसद आदर्श ग्राम पंचायत है, बावजूद इसके अब तक गांव को सड़क से नहीं जोड़ा गया है। सड़क नहीं होने से ग्रामीणों को 10 किमी पैदल दूरी तय करनी पड़ती है। मरीजों और गर्भवती महिलाओं को डोली की मदद से लाना पड़ता है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से मामले का संज्ञान लेने और जल्द डामरीकरण शुरु करवाने को कहा। ग्रामीणों ने चेतावनी दी क‌ि अगर सड़क की समस्या का जल्द निदान नहीं किया गया तो आगामी विधानसभा चुनाव का पूर्ण रूप से बहिष्कार किया जाएगा।

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