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भारी बारिश होने से ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन की टनल में पानी भरने से 114 मजदूर फंसे, किया गया रेस्क्यू

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ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन की शिवपुरी रेलवे टनल के भीतर बारिश का पानी भरने से 114 मजदूर फंस गए। सभी मजदूर टनल में काम कर रहे थे। मजदूरों के फंसने की जानकारी पुलिस को मिली, जिसके बाद मजदूरों का रेस्क्यू किया गया। जानकारी के तहत ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन की टनल का काम कर रही एल एडं टी कंपनी शिवपुरी के प्रबंधक अजय प्रताप सिंह द्वारा चौकी प्रभारी शिवपुरी को फोन से सूचना दी गई कि उनकी कंपनी के एडिट- 2 की टनल में मजदूर और इंजीनियर (कुल 114) करीब 300 मीटर अंदर फंस गए हैं। टनल में करीब 4 फीट पानी भर गया है।

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सूचना पाकर चौकी प्रभारी शिवपुरी तत्काल मौके पर पोकलैंड मशीन व आपदा उपकरणों के साथ पहुंचे। इसके बाद पोकलैंड मशीन से टनल से बाहर मलबा निकाला गया और फिर रस्सी के सहारे 114 लोगों का सकुशल रेस्क्यू किया गया

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ऋषिकेश से सटे पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक के मोहन चट्टी स्थित कैंप में बारिश के कारण मलबा घुस गया। जानकारी मिल रही है कि मलबे की चपेट में कैंप में मौजूद 3 से 5 लोग आ गए हैं. घटना रात लगभग 2 बजे की है। फिलहाल जिला आपदा प्रबंधन की टीम और एसडीआरएफ के जवानों द्वारा मलबा हटाया जा रहा है. मलबा हटने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी.

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ऋषिकेश के नजदीक रामझूला के परमार्थ निकेतन घाट में गंगा नदी में लगाई भगवान शिव की मूर्ति डूबने की कगार पर है. भारी बारिश के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ने से भगवान शिव की मूर्ति आधी डूब चुकी है. गौरतलब है कि 2013 में भी परमार्थ निकेतन घाट से इसी तरह की तस्वीरें सामने आई थी.

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