जिलाधिकारी विनीत कुमार ने जल जीवन मिशन की धीमी गति पर कड़ी नाराजगी जताई है। अधिकारियों से कार्यशैली में सुधार लाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही 20 दिसंबर तक सभी योजनाओं की डीपीआर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इसमें लापरवाही किसी भी स्तर की सहन नहीं की जाएगी। यह योजना महत्वपूर्ण योजना है।

विकास भवन सभागार में सोमवार को आयोजित बैठक में उन्होंने यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि योजना के अंतर्गत एक सप्ताह के भीतर यदि कार्यो में प्रगति नहीं लाई जाती है तो संबंधित अधिकारियो के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने शामा, बैड़ा-मझेडा, ग्वाड, लेटी के योजनाओं के डीपीआर अनिवार्य रूप से 20 तक देने के निर्देश दिए। उनके अधीन जो भी कार्य किये जा रहे हैं, उन कार्यो में जिनकी डीपीआर, टेंडर तथा भुगतान आदि की कार्रवाई की जानी है उन कार्यो में शीर्ष प्राथमिकता के साथ गति लाना सुनिश्चित करें।

जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को फेस वन एवं फेस टू में योजनाओं के सफल संचालन हेतु भेजे गए प्रस्तावों के संबंध में अनुमोदित बजट के सापेक्ष स्वीकृति धनराशि के तहत व्यय की गयी धनराशि का फेसवार विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बैठक में जिला विकास अधिकारी केएन तिवारी, अपर परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुनीता टम्टा, ईई पेयजल निगम विजय कुमार रवि, सिंचार्इ एके जॉन, जल संस्थान डीएस देवड़ी आदि मौजूद रहे।







