बागेश्वर : मकर संक्रांति के पावन पर्व पर भराड़ी कपकोट में आयोजित ऐतिहासिक उत्तरायणी मेले का जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने दीप प्रज्वलन एवं रिबन काटकर विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर एसपी चंद्रशेखर आर घोड़के भी उपस्थित रहे।भराड़ी कपकोट में आयोजित उत्तरायणी मेले में विभिन्न विद्यालयों के बच्चों ने पारम्परिक परिधानों में सांस्कृतिक झांकी निकाली। सांस्कृतिक झांकी केदारेश्वर मैदान से शुरू हुई और रामलीला मंच भराड़ी में सम्पन्न हुई। झांकी में पहले से तीसरे स्थान पर आने वाले विद्यालयों के बच्चों को जिलाधिकारी ने पुरस्कृत किया।
कपकोट में ऐतिहासिक उत्तरायणी मेले के उद्घाटन के अवसर पर जिलाधिकारी ने मेलार्थियों को सम्बोधित करते हुए उत्तरायणी मेले की शुभकामनाएं दी। उन्होंने उत्तरायणी मेले के ऐतिहासिक व पौराणिक महत्व बताते हुए कहा कि मेले हमारे समाज में काफी महत्व रखते है। मेलों से सामाजिक,राजनीतिक व आर्थिक महत्व भी जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि मेले हमारी संस्कृति के संवाहक होते है। इससे जहां व्यापार को बढ़ावा मिलता है वहीं आपसी मेलजोल की भावनाएं बढ़ती हैं व संस्कृति का प्रचार प्रसार होता है। उन्होंने कहा कि मेलों से ही नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति को जानने का अवसर मिलता है। उन्होंने युवाओं से नशे से दूर रहने की अपील की। जिलाधिकारी ने कहा कि मेले के विकास के लिए प्रशासन द्वारा विशेष प्रयास किया जा रहा है। स्थानीय कलाकारों के साथ ही बाहर से भी कलाकारों को आमंत्रित किया गया है जो कि यहां पर मेलार्थियों का मनोरंजन करेंगे साथ ही अपनी संस्कृति से रूबरू कराएंगे। एसपी ने उत्तरायणी मेले की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जिले में ऐतिहासिक,पौराणिक,उत्तरायणी मेला महत्वपूर्ण मेला है। सुरक्षा के दृष्टिगत से पुलिस ने मेले में पुख्ता व्यवस्था की है। ईओ नगर पंचायत गीता आर्या ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। मेले की तैयारियों को लेकर जानकारी दी। मंच संचालन रामचंद्र जोशी व सुरेश सिंह राठौर ने किया।
इस अवसर पर मेलाधिकारी/एसडीएम अनुराग आर्या पुलिस उपाधीक्षक अंकित कंडारी,एसओ दिनेश पंत,खण्ड शिक्षा अधिकारी चक्षुपति अवस्थी,गिरीश चन्द्र सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।