जिलाधिकारी ने आम जनमानस की समस्याओं एवं शिकायतों का गंभीरता से संज्ञान से लिया, जिसमें विभिन्न लोगों ने पेयजल, सडक, विद्युत, पेंशन, मार्ग, मुआवजा आदि सम्बन्धित आयी। डीएम ने जनसुुनवाई के दौरान अधिकतर समस्याओं एवं शिकायतों को निस्तारित करते हुए शेष समस्याओं व शिकायतों के निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र समाधान करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा जनता दरबार में प्राप्त शिकायतों का अधिकारी नियत समय पर निस्तारण करना सुनिश्चित करें तथा सभी अधिकारी शिकायतों के निस्तारण के लिए पूर्व में दिए निर्देशों का अनुपालन करना सुनिश्चित करेंगे।
जनता दरबार में नीरज सिंह निवासी अमतौडा ने नाप भूमि का मुआवजा दिलाने की मांग की, जिस पर जिलाधिकारी ने ईई लोनिवि को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। चामू सिंह निवासी चौडा कपकोट ने एक वर्ष बीत जाने के बावजूद भी पेंशन की भुगतान न होने की बात कही, जिस पर जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी को तत्काल तीन दिन के भीतर आवश्यक कार्यवाही से अवगत कराने के निर्देश दिए है। मोस्टगांव निवासी दीपा देवी ने पूर्व में गाजियाबाद में कार्यरत पति का मृतक दावा व पेंशन दिलाने की मांग की, जिस पर जिलाधिकारी ने पुलिस अधीक्षक, उपजिलाधिकारी व श्रम प्रवर्तन अधिकारी को नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देशित किया। ग्रामसभा ग्वाड के ग्रामीणों ने झटक्वाली-ग्वाड मोटर मार्ग क्षतिग्रस्त होने से अनेक परेशानियां बताते हुए आवश्यक कार्यवाही की मांग की, जिस पर जिलाधिकारी ने ईई लोनिवि को मौका मुआयना कर आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। देवी दत्त पाठक निवासी बंतोली ने गांव की कोल्तुल्यारी नहर की मरम्मत कर सुचारू कराने की मांग पर जिलाधिकारी ने ईई सिंचाई को स्थलीय निरीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
प्रदीप कुमार निवासी मटियोली ने स्यालडोबा की जगह ग्राम भीडी में पोलिंग बूथ बनाने की मांग की, जिस पर जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी व उपजिलाधिकारी ने नियमानुसार कार्यवाही के लिए निर्देश दिए। अर्जुन सिंह बनकोटी निवासी गुरूना ने गांव में पेयजल व्यवस्था सुचारू कराने की मांग की, जिस पर जिलाधिकारी ईई जल संस्थान व जल निगम को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। ढुगापाटली के ग्रामीणाों द्वारा प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षक द्वारा अनुचित व्यवहार किए जाने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। नीरज सिंह सहित अन्य ने मुख्यमंत्री उदयीमान खिलाडी योजना के तहत सहायता स्वरूप दी जाने वाली धनराशि संबंधित खिलाडियों के खाते में न आने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने खेल विभाग को कडी फरकार लगाते हुए तत्काल पूरी फाइल तलब की तथा आवश्यक कार्यवाही के सख्त निर्देश देते हुए कहा कि यदि किसी के स्तर पर लापरवाही मिली तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। जनता दरबार में विभिन्न क्षेत्रों से आये अन्य लोगों ने भी अपनी समस्या जिलाधिकारी के सामने रखी।
इसके उपरांत जिलाधिकारी ने सीएम हेल्पलाइन व जिला योजना, राज्य सेक्टर, केंद्र पोषित एवं बाह्य सहायतित योजनाओं की समीक्षा की। अधिकारियों को विभागीय स्तर पर इंटरनल मैकेनिज्म डेवलप कर कार्यो की निरंतर मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सीएम हेल्पलाइन की निंरतर शासन स्तर पर भी मॉनिटरिंग होती है। अधिकारी अपने स्तर पर प्रतिदिन पोर्टल पर आने वाली शिकायतों का निस्तारण करना सुनिश्चित करें। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। जिलाधिकारी ने जिला योजना, राज्य सेक्टर तथा केन्द्र पोषित व बाह्य सहायतित योजनाओं की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण कार्यों को गुणवत्तायुक्त तथा समयबद्धता से पूर्ण किया जाये। उन्होने सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बजट का समय से सदुपयोग करते हुए खर्च किया जाय। बीस सूत्रीय कार्यक्रम के अन्तर्गत संचालित कार्यों में प्रगति लायी जाय तथा कार्यों में तेजी लाते हुए जनपद को सभी कार्यक्रमों में ए श्रेणी में लाने की दिशा में कार्य करें। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही परिलक्षित होने पर संबंधितों की जिम्मेदी तय करते हुए आवश्यक कार्रवाई की जायेगी।
जनता दरबार में मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ कुमार आदिय तिवारी, उप जिलाधिकारी मोनिका, मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सौन, जिला पूर्ति अधिकारी मनोज कुमार बर्मन, कृषि अधिकारी राजेंद्र उप्रेती, ईई लोनिवि एके पटेल, जल संस्थान सीएस देवडी, आरडब्ल्यूडी संजय भारती, पीएमजीएसवाई अमरीश रावत, समाज कल्याण अधिकारी हेम तिवारी, सेवा योजन अधिकारी प्रवीण चंद्र गोस्वामी, ईओ हयात सिंह परिहार समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।