बागेश्वर जिला भूकंप और भूस्खलन की दृष्टि से जोन पांच में आता है। यहां प्राकृतिक आपदाएं अकसर होती रहती हैं। आपदा के वक्त में लोगों को खोज और बचाव की आवश्यकता रहती है। इसके लिए लिए शासन द्वारा समय समय पर लोगों को एसडीआरएफ और रेड क्रास के द्वारा इसकी जानकारी के साथ ही प्रशिक्षण दिया जाता है। इसी के तहत बागेश्वर जिले में आज से रेडक्रॉस सोसायटी के तत्वाधान में आपदा प्रबंधन एवं फर्स्टएड का चार दिवसीय प्रशिक्षण जिला शिक्षा एवम प्रशिक्षण संस्थान में शुरू हो गया है।
बागेश्वर में रेडक्रॉस सोसायटी के तत्वाधान में चार दिवसीय आपदा प्रबंधन एवं प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण का शुभारंभ जिलाधिकारी अनुराधा पाल और पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोंडे ने संयुक्त रूप से किया। वाइस चेयरमैन इंद्र सिंह फर्सवाण ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। जिलाधिकारी ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्र आपदाओं की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। आपदा प्रबंधन की जानकारी होने पर आपदाओं के बाद राहत एवं बचाव कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि रेडक्रास की बागेश्वर ईकाई इस क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रही है। आपदा प्रशिक्षण में 60 प्रशिक्षणार्थियों को प्राथमिक चिकित्सा, रेपलिंग सहित अन्य जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही आपदा के दौरान प्रभावितों का प्राथमिक इलाज।उन्हें स्ट्रेचर पर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने आदि के तरीके भी बताए जाएंगे। उत्तराखंड रेडक्रॉस के उपसचिव हरीश शर्मा ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं को टाला नहीं जा सकता लेकिन जागरूकता से इसके खतरों को कम जरूर किया जा सकता है। इस मौके पर रेडक्रॉस सोसायटी के चेयरमैन संजय साह जगाती,सचिव आलोक पांडेय, कोषाध्यक्ष जगदीश उपाध्याय, प्रदेश प्रतिनिधि दीपक पाठक,डायट प्राचार्य मनोज कुमार पांडेय, हरीश सोनी,मोहीउद्दीन तिवारी,हिमांशू जोशी,आरपी कांडपाल,प्रमोद जोशी आदि मौजूद रहे।