बागेश्वर। आश्वासन के बाद भी खनन से भूमि को हुए नुकसान का मुआवजा न मिलने से नाराज बखेत के ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट परिसर में नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने एक सप्ताह के भीतर मांग पूरी न होने पर अनशन की चेतावनी दी।
सामाजिक कार्यकर्ता बालकृष्ण के नेतृत्व में ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर डीएम को ज्ञापन देकर बताया कि बखेत के गरीब भूमिधरों को हुए नुकसान की अनदेखी की जा रही है। गांव में हो रहे खनन से उनकी भूमि को काफी नुकसान हुआ है। कई बार पट्टाधारक से मुआवजे की मांग की गई। कांडा तहसील परिसर में सात जनवरी से लोगों ने अनशन भी किया था। अनशन के बाद तहसील प्रशासन की ओर से एक सप्ताह के भीतर मौका मुआयना कर मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया गया। कांडा के एसडीएम को 20 जनवरी को ज्ञापन देने के बावजूद मुआवजा नहीं मिल सका है। ग्रामीणों ने कहा कि वह खेतीबाड़ी से ही रोजी-रोटी कमाते हैं। अगर उनकी जमीन को नुकसान होता रहा तो उनके सामने भुखमरी की नौबत आ जाएगी। मांग पूरी न होने पर ग्रामीणों ने जिला कार्यालय प्रांगण में आंदोलन की चेतावनी दी। इस दौरान प्रमोद राम, विनोद प्रसाद, आनंद राम, दीवान राम, शेखर प्रसाद, हेमंत कुमार, हरी राम, नंद राम आदि रहे।






