कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने काल भैरव से लगाई न्याय की गुहार
यहां पिछले दिनों बीडी पांडेय कैम्पस में एवीबीपी व एनएसयूआई के बीच हुआ विवाद तूल पकड़ते जा रहा है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर सरकार के दबाव में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को झूठे मुकदमों में फंसा कर जेल भेजने का आरोप लगाया। इसके अलावा आज कांग्रेस कार्यकर्ता व गिरफ्तार छात्रों के परिजन बागनाथ मन्दिर परिसर में स्थित काल भैरव मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने काल भैरव से न्याय की गुहार लगाई।
बागेश्वर में गत दिनों महाविद्यालय कैम्पस में गुरु दक्षिणा कार्यक्रम के आयोजन को लेकर एनएसयूआई व एवीबीपी कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट हो गयी थी। जिस पर दोनों पक्षों ने पुलिस में तहरीर देते हुए मामला दर्ज करने की मांग की। कांग्रेस का आरोप है कि पुलिस ने सत्ता के दबाव में आकर छात्रसंघ अध्यक्ष सहित एनएसयूआई के 6 छात्रों को मारपीट, लूट जैसे संगीन धाराओं में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, लेकिन एनएसयूआई की तहरीर पर मुकदमा आज तक दर्ज नहीं किया। एनएसयूआई के पदाधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद राजनीति गरमाई है। कांग्रेस लगातार दो दिन से एसपी कार्यालय के बाहर धरना दे रही, कांग्रेस ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया।
इधर न्याय नहीं मिलने पर कांग्रेस नेता बाबा बागनाथ के दर में पहुंचे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं और पुलिस द्वारा एनएसयूआइ छात्रों पर 8500 की डकैती का मुकदमा दर्ज किया है। इस पर उन्होंने 8500 काल भैरव मंदिर में रखे और पुलिस और एबीवीपी छात्रों को इस धनराशि को उठाने की चुनौती दी। उन्होंने काल भैरव से इंसाफ की गुहार लगाई। गिरफ्तार छात्रों के परिजनों का कहना है कि यह देवभूमि है और यहां देवता न्याय करते हैं। इस दौरान पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण, हरीश ऐठानी, राजेन्द्र टँगड़िया, कांग्रेस जिलाध्यक्ष भगत डसीला, कवि जोशी, बबलू नेगी, लोकमणी पाठक, राजेन्द्र परिहार, किशन कठायत, सुनील भडारी, मुन्ना पांडेय, किशन गिरी, कुंदन गोस्वामी, देवेंद्र परिहार, गीता रावल, गोपा धपोला, लक्ष्मी धर्मसतू, वंदना ऐठानी, पूजा आर्या समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस जन मौजूद रहे।
एनएसयूआई कार्यकर्ताओ का अनशन जारी
एनएसयूआई की तहरीर पर अभाविप कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर कांग्रेस का गुस्सा बरकरार है। नाराज कार्यकर्ताओं पुलिस अधीक्षक कार्यालय में तीसरे दिन शनिवार को सागर जोशी व रवि कोश्यारी बैठे। इस दौरान हुई सभा में सरकार व पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। धरने में पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा ने भी हिस्सा लिया और अपने संबोधन में कहा कि बागेश्वर कैम्पस में बिना अनुमति के कार्यक्रम आयोजित किया गया। एनएसयूआई के छात्रसंघ अध्यक्ष ने वजह पूछी, तो एवीबीपी कार्यकर्ता उलझ गए। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों की तहरीर के बावजूद पुलिस ने सत्ता के दबाब में आकर एनएसयूआई समर्थित छात्रों पर संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया। लेकिन एनएयूआई समर्थित छात्रों की तहरीर पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई, जो पुलिस की कार्यप्रणाली पर गम्भीर सवाल पैदा करता है। उन्होंने इस मामले में प्रदेश व्यापी आंदोलन की चेतावनी दी है। इस मौके पर जिलाध्यक्ष भगवत डसीला, पूर्व जिपं अध्यक्ष हरीश ऐठानी, गोकुल परिहार, सुनील पांडेय, कवि जोशी, अंकुर उपाध्याय, गोविंद बिष्ट, भूपेश ऐठानी, सुरेश खेतवाल, बलवन्त बिष्ट आदि मौजूद रहे।