महाराष्ट्र के राज्यपाल तथा पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड भगत सिंह कोश्यारी तीन दिन जिले में रहने के बाद देहरादून रवाना हो गए हैं। इन तीन दिनों में वह ग्रामीणों, बुजुर्गों, रिश्तेदारों के अलावा अपने बाल सखाओं के बीच रहे। गांव में कुमाउंनी व्यंजन का स्वाद चखा। अपने ईष्टदेव से आशीर्वाद लिया। भाजपा कार्यकर्ताओं से विधानसभा चुनाव की तैयारी में अभी से जुटने के साथ ही युवाओं को आत्मनिर्भर बनने की नसीहत दे गए।
राज्यपाल कोश्यारी पांच नवंबर को अपने पैतृक गांव पहुंचे। यहां उन्होंने अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताया। इसके बाद छह नवंबर शामा और कपकोट में उनका स्वागत कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रमों में उन्होंने युवाओं से आत्मनिर्भर बनने तथा स्वरोजगार की ओर कदम बढ़ाने की नसीहत दी। गांव में काम कर रहे लोगों का उदाहरण देकर खुद व परिवार को आत्मनिर्भर बनाने को कहा। ग्रोथ सेंटरों को भी देखा। महिलाओं से समूह बनाकर सिलाई, कढ़ाई, बिनाई तथा खेती किसानी के साथ दुग्ध उत्पादन करने को कहा। देर शाम जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। रात्रि विश्राम लोनिवि गेस्ट हाउस में किया। सात नवंबर की सुबह वह जनसंघ से जुड़े भूपाल सिंह धपोला के घर गए। उनके साथ बिताए पलों को सांझा किया। धपेला ने भी उनसे लंबी वार्ता की। इसके बाद आनंदी अकादमी में आयोजित कार्यक्रम में सरीक हुए। तीन दिन के व्यस्त कार्यक्रम को संपन्न करने के बाद लौट गए।