उत्तराखंड ऊर्जा विभाग में अक्सर ऐसे आदेश निकलते हैं जो न कर्मचारियों के गले उतरते हैं और न ही आम जनता इन आदेशों को समझ पाती है। मामला आईएएस अधिकारी दीपक रावत के एक आदेश से जुड़ा है। जिससे ऊर्जा निगम के सभी कर्मचारी हैरत में पड़ गए हैं। IAS दीपक रावत ने गांधी जयंती के दिन ही एक आदेश निकाल कर कर्मचारियों को कार्यालय बुला लिया। यही नहीं कर्मचारियों की रविवार की छुट्टी भी अचानक निरस्त कर दी गई है।
लगता है ऊर्जा निगम में कोई न को बड़ा काम होने जा रहा है। जिसके चलते निगम के एमडी दीपक रावत को आनन-फानन में गांधी जयंती के दिन आदेश जारी करना पड़ता है। आदेश गांधी जयंती पर कर्मचारियों की छुट्टी निरस्त करने का है। यही नहीं रविवार को भी कर्मचारियों को कार्यालय आने का फरमान दिया गया है।
सवाल यह उठ रहे है कि आखिरकार ऊर्जा निगम में ऐसा क्या बड़ा काम होने जा रहा है कि कर्मचारियों की 2 दिन की छुट्टी को अचानक कैंसिल कर दिया जाता है। गांधी जयंती पर ऊर्जा निगम में एक परियोजना के लोकार्पण का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। जिसके बाद कर्मचारियों को कार्यालय में काम करने के आदेश दिए जाते हैं। साथ ही रविवार को भी उन्हें कार्यालय आने के लिए कहा जाता है।
कर्मचारी इस बात को लेकर हैरत में हैं कि आखिरकार ऊर्जा निगम में ऐसा कौन सा बड़ा काम हो रहा है कि 2 दिनों की छुट्टी को विभाग ने कैंसिल कर दिया है। वही ऊर्जा निगम कर्मचारी 6 अक्टूबर से हड़ताल पर जाने का ऐलान कर चुके हैं। ऐसे में कर्मचारियों की छुट्टी कैंसिल करते हुए उन्हें इस तरह के अजीब-ओ-गरीब आदेश देना कर्मचारियों के आक्रोश को बढ़ा सकता है।