पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखी एक चिट्ठी में अपना इस्तीफा दिया है। इसके साथ-साथ कैप्टन अमरिंदर ने आज अपनी नई पार्टी का ऐलान भी कर दिया है। कैप्टन अमरिंदर ने ‘पंजाब लोक कांग्रेस’ के नाम से अपनी नई पार्टी बनाई है।
अमरिंदर सिंह ने सात पन्ने के अपने इस्तीफे में गांधी परिवार की आलोचना की और कहा कि उन्हें राज्य की सरकार से हटाने के लिए ‘साजिश’ रची गई। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में सिंह ने मुख्यमंत्री रहते हुए अपनी उपलब्धियां गिनाई हैं। उन्होंने कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और पार्टी के वरिष्ठ नेता हरीश रावत पर भी निशाना साधा।
सोनिया गांधी को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि ‘सार्वजनिक जीवन के 52 वर्षों तक उन्हें गहराई से व्यक्तिगत तौर पर जानने के बावजूद’ वह (सोनिया) उन्हें या उनके चरित्र को कभी समझ नहीं सकीं। सिंह ने लिखा, ‘आपने सोचा कि इतने सालों के बाद मुझे हाशिये पर डाल देंगी। मैं न तो थका हूं और न ही सेवानिवृत्त हुआ हूं। मुझे लगता है कि मैं अपने पंजाब को अभी और बहुत कुछ दे सकता हूं। मैं सैनिक हूं और कभी भुलाया नहीं जा सकता।’
सिद्धू को कांग्रेस की पंजाब इकाई का अध्यक्ष बनाये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, ‘पंजाब के सभी सांसदों और मेरी आपत्ति के बावजूद आपने पाकिस्तानी ‘डीप स्टेट’ (सैन्य महकमे) के मददगार नवजोत सिंह सिद्धू को नियुक्त किया, जिसने सार्वजनिक रूप से पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल बाजवा और प्रधानमंत्री इमरान खान को गले लगाया था।’ सिंह ने कहा, ‘खान और बाजवा वह लोग हैं, जिन्होंने भारतीयों की हत्या करने के लिए सीमापार आतंकवादी भेजे।’
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ मतभेद के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले कैप्टन अमरिदंर सिंह ने पिछले महीने अपने अगले दांव पर से सस्पेंस हटाते कहा था कि वह जल्द ही अपनी नई पार्टी बनाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने यह संकेत भी दिया कि पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के साथ-साथ अकाली से अलग हुए समान विचार वाले गुटों से गठबंधन करेंगे। हालांकि, अमरिंदर ने साफ किया कि भाजपा से गठबंधन कृषि कानूनों के मुद्दे के संतोषजनक समाधान पर निर्भर करेगा।
तब कैप्टन अमरिंदर के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने ट्विटर पर उनका बयान जारी करते हुए कहा था “पंजाब के भविष्य के लिए संघर्ष जारी है। पंजाब और उसके लोगों तथा किसानों, जो एक साल से अधिक समय से अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे है, के लिए जल्द ही अपनी पार्टी की घोषणा करूंगा। अगर किसान विरोध का किसानों के हित में कोई समाधान निकल जाता है तो भाजपा के साथ वर्ष 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में सीटों के समझौते को लेकर आशान्वित हूं।