राजकुमार सिंह परिहार
पिछले दो रोज़ से लगातार हो रही बारिश ने जहां एक तरफ लोगों को रुलाया हुआ है, कहीं घर गिराया तो कहीं अपनों को अपनों से दूर हटाया है। मानसून जाने के बाद आई बरसात पहाड़ वालों के लिए आफत बनकर आई। जिसकी वजह से आम लोगों को जन जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। बारिश को लेकर मौसम विभाग ने 24 घंटे का हाई अलर्ट जारी किया हुआ है।
पहाड़ में पिछले दो रोज से हो रही बारिश ने गरीबों की गरीबी को झकझोर दिया है। समझ में नहीं आ रहा है कि आज का भोजन कहां से मिलेगा। बाल बच्चे किस घर में रहेंगे। अगर जैसे तैसे रहने के लिए छप्पर में या टीन शेड में गुजारा भी कर रहे हैं तो इस बात का डर है कि कब गिर जाए पता नहीं।
ऐसा ही घटना लगातार बारिश होने के कारण सुनने में आ रही हैं, कहीं सड़क बह गई तो कहीं पेड़ सड़क में आ गिरा, कहीं घर ही ढह गया, कहीं मलबे ने मासूमों की जान ले ली। इस तरह की लगातार आ रही खबरों ने एक बार बरसात में फिर रुलाया है।
वहीं बेमौसम की इस बारिश ने एक बार फिर आपदा विभाग की भी कलई खोल दी है। बारिश के कारण सड़कें तालाब का रूप ले लेती हैं लेकिन जिला प्रशासन के पास इनसे निबटने के पर्याप्त इंतजामात नहीं हैं। नाले-नालियों की समय से सफाई नहीं होने के कारण बरसात का पानी सड़कों पर भर जाता है। बारिश के चलते जहां कई स्थानों पर दीवार टूटकर गिर गई, तो नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में कई स्थानों पर हुए जल भराव के कारण आने जाने का रास्ता भी ठप हो गया। जन-जीवन पूरी तरह से प्रभावित है। इसी के साथ संचार व्यवस्था भी दम तोड़ रही है। लोगों को बात करने के लिये नेटवर्क की समस्याओं का सामना करना किसी आपदा से कम नही है। जहां चारों तरफ डर का माहौल बना हुआ है वहीं संचार सुविधाएँ प्रदेश में पूरी तरह ध्वस्त नजर आ रही है। आगे क्या हालत होंगे भगवान ही जाने, वैसे भी देवभूमि की जनता सदैव भगवान भरोसे ही रहती है। यहाँ की सरकारें व प्रशासन तो बस खर्चे के लिये लोकतांत्रिक व्यवस्था का एक हिस्सा मात्र हों।
बात करें यदि बागेश्वर की तो अत्यधिक बारिश के चलते यहाँ जिला मुख्यालय से सभी क्षेत्रों का सम्पर्क मार्ग कट चुका था।संचार व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है, लोग घरों में कैद होने को मजबूर हैं। वहीं आज बागेश्वर में 182.50 एमएम, गरुड़ में 131.00 एमएम और कपकोट में 165.00 एमएम बारिश दर्ज की गई। सरयू व गोमती नदी लगातार खतरे के निशान के आस-पास बह रही है।
बारिश के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई। सोमवार को दिन का अधिकतम तापमान 24 डिग्री और न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बारिश के कारण लोगों को ठंडक का एहसास हुआ और लोग गर्म कपड़े पहनकर घर से बाहर निकले। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मंगलवार को भी पूरे दिन बारिश की संभावना है। पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट किया हुआ है।