शिक्षा में जटिल माने जाने वाले गणित विषय को सरल और रोचक बनाने के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में डीएलएड के प्रशिक्षु शिक्षकों की कार्यशाला आयोजित की गई। प्रशिक्षु शिक्षकों को विद्यालयों में गणित को प्रयोगों के माध्यम से पढ़ाने का प्रशिक्षण दिया गया ताकि बच्चे गणित को रूचिपूर्ण ढंग से समझ सकें।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा प्रशिक्षु शिक्षकों की कार्यशाला में गणित को रूचिकर और सरल ढंग से पढ़ाने की कई तरह की जानकारी दी गई। गणित के प्रवक्ता बीडी पांडे ने प्रशिक्षु शिक्षकों को समझाया कि गणित विषय को जटिल दिखाया जाता है, जबकि यह बेहद रोचक और सरल है। उन्होंने प्रशिक्षु शिक्षकों को कार्यशाला में सीखी विधि को अपनाने को कहा ताकि शिक्षक और छात्र-छात्राएं दोनों के लिए यह मददगार साबित हो सके।
कार्यशाला में प्रशिक्षु शिक्षकों ने गणितीय टेनग्रामो को स्वयं बनाकर हल किया। प्रशिक्षु शिक्षकों ने गणित के अमूर्त रूप को मूर्त रूप देकर स्पष्ट करना सीखा ताकि बच्चे आसानी से गणित के जटिल प्रारूप को समझ सकें। कार्यशाला के अंतिम दिन प्रशिक्षु शिक्षकों ने गणित पर आधारित विभिन्न मॉडलों का निर्माण किया और पाइथागोरस प्रमेय का प्रायोगिक प्रदर्शन भी किया। प्रशिक्षु शिक्षकों ने कहा कि इस कार्यशाला से उन्होंने सीखा कि जब तक कक्षा में प्रयोगात्मक गतिविधियां नहीं होंगी, तब तक बच्चों के लिए गणित कठिन और उबाऊ बना रहेगा। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण के बाद अब वो बच्चों को रूचिकर तरीके से गणित को समझा सकेगे। इस दौरान रेडक्रास के चेयरमैन संजय साह जगाती, उप सचिव रेडक्रॉस उत्तराखंड हरीश चंद्र शर्मा, रेडक्रॉस जिला सचिव आलोक पांडे, प्रदेश प्रतिनिधि दीपक पाठक, कोसाध्यक्ष जगदीश उपाध्याय, प्राचार्य डॉ मनोज कुमार पांडेय,डा. संदीप कुमार जोशी, हरीश दफौटी, डा. केएस रावत आदि उपस्थित थे।