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सीमैप शोध केंद्र पुरड़ा में औषधीय पौधों के उत्पाद एवं हर्बल चाय निर्माण पर कार्यशाला का हुआ आयोजन

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सीमैप शोध केंद्र पुरड़ा में औषधीय पौधों के उत्पाद एवं हर्बल चाय निर्माण पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में बागेश्वर, चमोली तथा उत्तरकाशी जिले से आए हुए कृषकों ने भाग लिया। कार्यशाला का शुभारंभ पुरड़ा के वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी, प्रवल पीएस वर्मा ने कृषकों को पहाड़ी क्षेत्रों के लिए उपयोगी औषधीय एवं सगंध पौधों की खेती एवं कटाई उपरांत प्रबंधन को विस्तार से बताया। साथ ही उनके द्वारा बर्षा आधारित छेत्रों के लिए कम पानी चाहने वाले औषधीय पौधों से भी कृषकों को अवगत कराया। वर्कशॉप में कृषकों को गुलाब जल, सुगंधित तेल, हर्बल चाय तथा पिज़्ज़ा सीज़र्जा अगला निर्माण की जानाकारी दी। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य औषधीय एवं लेख सगंध पौधों की खेती के साथ-साथ कृषकों को कृषि-आधारित उद्यमिता से जोड़ना था। कृषकों ने अपनी आजीविका को मजबूत बनाने के लिए औषधीय पौधों की खेती एवं उत्पात निर्माण को अपनाने की बात कही। कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों को सीमैप पुरारा के शोध फार्म पौधशाला एवं तेल बनाने बाले सयंत्रो का भी भ्रमण कराया गय दौरान गीता बिष्ट, पवन कैरा, बिर्जेश आगरी एवं किशन राम भी मौजूद रहे।

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