जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, बागेश्वर(उत्तराखण्ड) में निपुण भारत मिशन के अंतर्गत बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता (FLN) एवं विद्यालय नेतृत्व विकास विषयक तीन दिवसीय कार्यशाला के तीसरे फेरे का समापन हो गया है। यह कार्यशाला दि० 6 से 8 सितम्बर 2024 तक सम्पन्न हुई। समापन समारोह को सम्बोधित करते हुये डायट के प्राचार्य डॉ मनोज कुमार पांडे ने कहा कि इस मिशन के लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु शिक्षा से जुड़े सभी हितधारकों को मिलकर कार्य करना होगा।तभी एस०डी०जी 4 लक्ष्यों को 2030 तक प्राप्त किया जा सकेगा।
कार्यक्रम समन्वयक डॉ. संदीप कुमार जोशी ने इस अवसर पर बताया कि निपुण भारत मिशन के तहत जनपद के समस्त प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को क्षमता संवर्धन हेतु यह प्रशिक्षण को प्रदान किया जा रहा है।जिससे कि वे एक सफल नेतृत्वकर्ता के रूप में अपने विद्यालय में वांछित लक्ष्यों की प्राप्ति तक सतत् कार्य करते रहें। प्रशिक्षण के महत्वपूर्ण बिंदुओं में एक नेतृत्वकर्ता के रूप में प्रधानाध्यापक की भूमिका, निपुण भारत के लक्ष्य, कक्षा 1व 2 की पुस्तकों का अभिमुखीकरण, जेंडर संवेदीकरण, प्रोजेक्ट विधि, पुस्तकालय स्तरीकरण, विद्यालय की सामान्य एवं अकादमिक गतीविधियों जैसे प्रमुख बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा हुई।
कार्यक्रम में संदर्भदाता के रुप में श्री बलवंत कालाकोटी, श्री संजय सिंह पूना, श्री रवि उप्रेती तथा सौम्या ने सहयोग प्रदान किया। इस अवसर पर डायट प्रवक्ता डाॅ. राजीव जोशी, श्री कैलाश प्रकाश चन्दोला, डाॅ.भुवन चन्द्र, डाॅ. दीपा जोशी, नीतू भारती विष्ट, शेर सिंह बसेड़ा, पंकज पाण्डे, हेमलता डांगी, दया मेहता, राजन राम, समेत जनपद के तीनों विकास खण्डों के 98 शिक्षक उपस्थित रहे।