बागेश्वर: सरस मार्केट को लेकर महिला समूहों ने आवाज बुलंद कर दी है। उन्होंने कहा कि उत्तरायणी मेले के दौरान मार्केट को परियोजना निदेशक ने सीमांत व्यापारियों को दिया था। एक माह होने के बावजूद भी खाली नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समूहों का कार्य प्रभावित हो रहा है। यदि शीघ्र मार्केट की दुकानों खाली नहीं की गई तो वह उग्र आंदोलन करेंगे।
महिला समूहों के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। कहा कि सीमांत के व्यापारी उत्तरायणी मेले के दौरान दुकानें लगाते हैं। परियोजना निदेशक ने प्रतिवर्ष की भांति उन्हें एक माह के लिए सरस मार्केट की दुकानें आवंटित की। समूह की महिलाओं ने विभागीय आदेशों का पालन किया। लेकिन अभी तक मार्केट खाली नहीं किया गया है। उनका शोषण हो रहा है। उन्होंने कहा कि यदि उचित कार्रवाई नहीं हुई तो जिले की 16 हजार महिलाओं का रोजगार छिन जाएगा। इस दौरान अनीता टम्टा, संतोषी देवी, रेनू पांडे आदि उपस्थित थीं।