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बागेश्वर पंचायत चुनाव के लिए 2565 कार्मिक तैनात, 138 संवेदनशील और 60 अति संवेदनशील बूथ चिह्नित

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बागेश्वर जिले में पंचायत चुनाव की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। प्रशासन ने 24 जुलाई को होने वाले मतदान के लिए पूरी तैयारी कर ली है। जिले में कुल 2,03,930 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिनमें बागेश्वर में 77,941, कपकोट में 68,080 तथा गरुड़ में 57,909 मतदाता शामिल हैं।

जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने सोमवार को जिला कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि चुनाव को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए जनपद को 15 जोनल एवं 61 सेक्टर में विभाजित किया गया है। चुनाव कार्य में कुल 2,565 कार्मिकों को नियुक्त किया गया है। वहीं तीन विकास खंडों के लिए तीन रिटर्निंग अधिकारी तथा जिला पंचायत सदस्य चुनाव के लिए एक रिटर्निंग अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। इसके अलावा कुल 36 सहायक रिटर्निंग अधिकारी (एआरओ) भी तैनात किए गए हैं।

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जिले में 405 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें बागेश्वर में 182, कपकोट में 122 और गरुड़ में 101 केंद्र शामिल हैं। चुनाव को लेकर सुरक्षा व्यवस्था भी पुख्ता की गई है। कुल 138 संवेदनशील तथा 60 अति संवेदनशील बूथ चिह्नित किए गए हैं। इनमें बागेश्वर में 40 संवेदनशील व 16 अति संवेदनशील, कपकोट में 62 संवेदनशील व 10 अति संवेदनशील तथा गरुड़ में 36 संवेदनशील व 34 अति संवेदनशील बूथ शामिल हैं।

जिलाधिकारी ने बताया कि नामांकन प्रक्रिया 2 जुलाई से 5 जुलाई तक सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक चलेगी। नामांकन पत्रों की जांच 7 से 9 जुलाई तक की जाएगी। नाम वापसी की अंतिम तिथि 10 और 11 जुलाई निर्धारित की गई है। प्रतीक चिह्न का आवंटन 14 जुलाई को होगा। मतदान 24 जुलाई को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक होगा, जबकि मतगणना 31 जुलाई को प्रातः 8 बजे से शुरू होगी।

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ग्राम पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान व क्षेत्र पंचायत सदस्य पदों के नामांकन व मतगणना कार्य संबंधित विकास खंडों में होंगे। जिला पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन, जांच, नाम वापसी तथा प्रतीक आवंटन जिला पंचायत कार्यालय में किए जाएंगे और मतगणना पं. बद्री दत्त पांडे परिसर में संपन्न होगी।

आपदा की दृष्टि से भी प्रशासन सतर्क
कपकोट क्षेत्र को आपदा की दृष्टि से अति संवेदनशील माना गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि आपदा प्रबंधन हेतु कपकोट में 32 सदस्यीय एनडीआरएफ तथा 7 सदस्यीय एसडीआरएफ टीम तैनात की गई है। इसके अलावा तीन वैली ब्रिज भी उपलब्ध कराए गए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके। प्रशासन ने चुनाव के दौरान विशेष सतर्कता बरतने और प्रभावितों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

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वही जिलाधिकारी ने बताया कि चुनाव को शांतिपूर्ण एवं व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है। आपदा की चुनौती को भी गंभीरता से लिया जा रहा है, और विशेष इंतजाम किए गए हैं।

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