बागेश्वर। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी ने कहा कि आपदा से संवेदनशील कपकोट क्षेत्र में विद्यालयों के भूगर्भीय जांच एवं आपदा के मानकों में उनकी मांगों पर सरकार द्वारा कार्यवाही के लिए जिलाधिकारी को आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश दिया है। उनके द्वारा इस सम्बंध में 2014 से लगातार मांग की जा रही थी।
यहाँ आयोजित पत्रकार वार्ता में श्री ऐठानी ने बताया की जनपद बागेश्वर आपदा के लिहाज से काफी संवेदनशील क्षेत्र है। जिसमें कपकोट क्षेत्र अतिसंवेदनशील श्रेणी में आता है। जिसके कई गांव कई वर्षों से विस्थापन की बाट जोह रहे है। लेकिन सरकार द्वारा कोई सकारात्मक पहल नही की जा रही थी। जिस कारण उनके द्वारा सुमगढ़ हादसे की वर्षी पर शिशु मंदिर सुमगढ़ में आपदा के मानकों में बदलाव सहित अन्य मुद्दों पर एक दिवसीय उपवास किया था। उन्होंने बताया कि आपदा के दौरान परिवार के कमाऊ व्यक्ति के निधन पर 25 लाख मुआवजा, 70 प्रतिशत तक मकान क्षतिग्रस्त होने पर 10 लाख की राहत राशि देने सहित कपकोट के समस्त विद्यालयों का भूगर्भीय सर्वेक्षण कराने की मांग की थी। जिस पर शासन ने सहमति जताते हुए जिलाधिकारी बागेश्वर को तत्काल जांच कर अपनी रिपोर्ट शासन के भेजने के निर्देश दिए है। जो उनके द्वारा किये गए आंदोलन का परिणाम है। उन्होंने बताया कि रामगंगा एवं सरयू घाटी एवं उनकी सहायक नदियों से हो रहे नुकसान का विस्तृत सर्वे कर पुर्नवास नीति के तहत विस्थापितों को दी जाने वाली राहत राशि में बृद्धि किये जाने के लिए भी जिलाधिकारी से स्पष्ट आख्या भेजने को निर्देशित किया है। इस दौरान जिला पंचायत सदस्य सुरेंद्र खेतवाल, क्षेत्र पंचायत सदस्य रमेश हरड़िया, खिलाफ दानू मौजूद थे।