प्रसिद्ध बाबा बागनाथ मंदिर के मूल स्वरूप और अन्य चारों मंदिरों को बदलाव नही करने की मांग मुखर हो गई है। साथ ही मंदिरों का स्वरूप यथावत रखने की मांग की। मंदिर के पुजारियों ने जिलाधिकारी व पुरातत्व विभाग को ज्ञापन भेजा। उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर पर स्थान की कमी नहीं है। लेकिन कुछ मंदिरों को दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने की बात हो रही है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन इस पर ध्यान दे और मंदिरों के मूल स्थान पर छेड़छाड़ नही करने की मांग की।
पुजारियों ने कहा कि बागनाथ मंदिर के समीप चार छोटे मंदिर वास्तु के अनुरू प्राचीन काल में बने हुए हैं। जो पंचतत्व के रूप में विद्धमान हैं। जिसमें पांच पांडव, पंच देव के प्रतीक ज्ञात होते हैं। मंदिरों को अपने मूल स्थान से नहीं हटाया जाए। बल्कि मूल स्थान पर ही उनका सौंदर्यीकरण कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर पर दर्शनार्थियों के लिए पर्याप्त स्थान है। और यदि मंदिरों को हटाने की बात होती है तो मंदिर के पुजारी परिवार के लोगों को आपत्ति है। उन्होंने कहा कि मंदिर के बाहर जो मंदिर समूह हैं, उनके मूल स्थान के स्वरूप से छेड़छाड़ नहीं की जाए। ज्ञापन भेजने वालो में संजय रावल, नवीन रावल, भगवत सिंह रावल, हरीश रावल, मोहन सिंह रावल, रतन सिंह रावल आदि रहे।






