आज 6 सितंबर 2024 को अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक एसोसिएशन बागेश्वर ने प्रांतीय नेतृत्व के निर्देशानुसार मुख्य शिक्षा अधिकारी बागेश्वर के कार्यालय के बाहर प्रधानाचार्य सीधी भर्ती को निरस्त किए जाने की मांग को लेकर विशाल धरना प्रदर्शन किया। जिसमें प्राथमिक से लेकर माध्यमिक तक के शिक्षकों ने भाग लिया। शिक्षक एसोसिएशन की मुख्य मांग प्रधानाचार्य सीधी भर्ती सेवा नियमावली 2022 एवं सीधी भर्ती हेतु जारी भर्ती प्रक्रिया को निरस्त किए जाने, प्रधानाचार्य की भर्ती को वरिष्ठता के आधार पर पूर्व की भांति करने व भर्ती प्रक्रिया में अनुसूचित जाति व जनजाति को उचित प्रतिनिधित्व देने की रही। जिला अध्यक्ष सुनील धौनी ने कहा कि इस भर्ती प्रक्रिया से अनेक शिक्षक साथी जो अनेक वर्षों से अपनी सेवाओं का लाभ विभाग को दे रहे हैं वह वंचित हो जाएंगे और उनके अनुभवों का लाभ विभाग, सरकार व छात्र-छात्राओं को नहीं मिल पाएगा। संशोधित प्रधानाचार्य सीधी भर्ती नियमावली 2022 में जो प्रावधान किए गए हैं उसमें जो अवरोधक लगाए गए हैं उससे 90% से अधिक प्रवक्ता परीक्षा में बैठने हेतु अर्ह नहीं हैं, जो कि प्राकृतिक न्याय के विरुद्ध है। इसके साथ ही इस नियमावली में वंचित वर्गों के प्रतिनिधित्व को भी खारिज कर दिया गया है। इसलिए इस भर्ती का निरस्त होना जरूरी है तथा संशोधित नियमावली को भी निरस्त कर पूर्व की भांति पदोन्नति से ही पदों को भरने की आवश्यकता है।
प्रांतीय अध्यक्ष संजय कुमार टम्टा ने कहा कि शिक्षक एसोसिएशन प्रधानाचार्य पद हेतु संशोधित नियमावली 2022 का लगातार विरोध करते आ रहा है लेकिन सरकार द्वारा इसका संज्ञान नहीं लिया जा रहा है, जिससे संगठन को मजबूर होकर अब आंदोलनात्क रुख करना पड़ रहा है।
प्रधानाचार्य सीधी भर्ती प्रक्रिया को शीघ्र निरस्त किए जाने विषयक विरोध प्रदर्शन में श्रीमती पुष्पा टम्टा, राजेश कुमार आगरी, सुरेश राम, श्रीमती सरोज टम्टा, मनोज शिल्पकार, ललित मोहन भारती, श्रीमती लीला टम्टा, नीलम तिरूवा, माया आर्या, रेखा भारती, सोनिया चंद्र, नीलम चंद्र, विनोद प्रकाश, आनंद कुमार, केदार राम, भाष्करानंद, डी आर आर्या, गोविंद प्रसाद आगरी, विवेकानंद टम्टा, नंद किशोर टम्टा, ओम प्रकाश, दिव्य प्रकाश, रवि प्रकाश, महावीर कुमार गड़िया, अरविंद कुंवर, करन सिंह, गोविंद प्रकाश सहित अन्य शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं। धरने का संचालन जिला मंत्री सुधीर कुमार टम्टा ने किया।