जिले में स्मार्ट मीटरों का विरोध होने लगा है। बागेश्वर संघर्ष वाहिनी ने इसके विरोध में प्रदेश सरकार व यूपीसीएल का पुतला दहन किया। साथ ही यूपीसीएल के मीटर भी तोड़े गए। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि स्मार्ट मीटर के बहाने लोगों को चूना लगाने की साजिश रची जा रही है। संघर्ष वाहिनी इसे कतई सहन नहीं करेगी।
जिलाध्यक्ष कवि जोशी के नेतृत्व में कार्यकर्ता एसबीआई तिराहे पर एकत्रित हुए। यहां नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। नाराज लोगों ने उत्तराखंड सरकार व यूपीसीएल का पुतला दहन किया। जोशी ने कहा कि पूरे प्रदेश में लगभग 19.5 लाख यूपीसीएल के उपभोक्ता मौजूद हैं और उनसे लगभग 15 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क के रूप 2500 करोड़ रुपये अवैध चार्ज के रूप में लगातार कई सालों से वसूल रहा है। उसके ऊपर से अब स्मार्ट मीटर की आड़ में जनता कों पूरे तरीके से चूना लगाने की साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा की जब स्मार्ट मीटर लगाने यूपीसीएल के लोग आएंगे तो किसी भी हालत में स्मार्ट मीटर नहीं लगने दिए जाएंगे। उन्होंने जनता से भी इसका पूर्ण विरोध करने की अपील की। जोशी ने कहा कि यूपीसीएल जबरदस्ती किसी के घर में स्मार्ट मीटर नहीं लगा सकता है। किसी प्रकार की समस्या के लिए संघर्ष वाहिनी से संपर्क करने को कहा। उन्होंने कहा कि किसी निजी कंपनी कों फायदा पहुंचाने और यूपीसीएल का निजीकरण करने की सरकार की साजिश को पूरा नहीं होने दिया जाएगा।
इस मौके पर संरक्षक रमेश कृषक, प्रकाश पांडे, वीरेंद्र नेगी, संस्कार भारती, जगदीश पाठक, अनमोल भारती, महेश नगरकोटी, प्रेम कुमार, दिव्यांशु पिंडारी, इरफ़ान, प्रमोद ग्वासाकोटी आदि मौजूद थे।






