अल्मोडा के सल्ट में हुई बस दुर्घटना कभी न भूलने वाला दिन लेकर आया। हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई। बस में सवार घायल यात्री ने बताया कि ड्राइवर मानसिक रूप से तनाव में था।
अल्मोड़ा बस हादसे में 36 जिंदगियां खत्म हो गई। इसका कारण त्योहारों में छुट्टी पर घर से वापस लौटने की जल्दबाजी में पहले से भरी बस में लोग सवार हो गए। 43 सीटर बस में 53 से ज्यादा लोग सवार थे। मरचूला में यात्रियों से खचाखच भरी बस अनियंत्रित होकर करीब 150 फुट गहरी खाई में गिर गई।
बस चालक दिनेश सिंह निवासी भैरंगखाल, सल्ट मानसिक रूप से परेशान था। उसे बार-बार रुपयों के लिए फोन आ रहा था। यह बात रामनगर अस्पताल में भर्ती घायल हरीश चंद्र पोखरियाल ने बताई।
घायल हरीश चंद्र पोखरियाल के अनुसार, वह चालक के पास वाली सीट पर बैठे थे। चालक को मानसिक तनाव में देख यात्रियों ने पूछा तो उसने बताया कि ढाई लाख रुपये किसी को देने हैं। यात्रियों ने उसे हिम्मत दी। तनाव के बीच एक मोड़ पर उसने वाहन से नियंत्रण खोया और बस खाई में गिर गई। हादसे में 36 यात्रियों की मौत 19 यात्रियों के घायल होने की सूचना है। मृतकों में बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल हैं। लेकिन इस तरह के हादसों से प्रशासन पर भी सवाल उठते हैं कि आखिर कैसे इस तरीके की ओवरलोडिंग बस और टैक्सी वाहन पहाड़ों के खतरनाक रास्तों पर दौड़ रही है। प्रशासन की ऐसी लापरवाही से आगे भी कई लोगो की जान जाने का खतरा हमेशा बना रहेगा।