बागेश्वर: ऋषिकेश में एक पत्रकार को हिस्ट्रीशीटरों ने खुलेआम पीट दिया। जिसको लेकर सवाल संगठन में आक्रोश है। उन्होंने घटना को अंजाम देने वाले असली चेहरों का पर्दाफाश करने की मांग की। चोटिल पत्रकार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने को कहा।
सवाल संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रमेश कृषक के नेतृत्व में तहसील परिसर पर सांकेतिक धरना दिया गया। उपजिलाधिकारी मोनिका के माध्यम से ज्ञापन राज्यपाल को भेजा। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश जैसे धार्मिक क्षेत्र में नशे का कारोबार बेरोकटोक तथा खुलेआम चल रहा है। नशा प्रतिबंधित क्षेत्र में सड़क छाप हिस्टीशीटर अकेले काम नहीं कर सकते हैं। जिसके पीछे बड़ी-बड़ी ताकतें हैं। ऐसी ही ताकतों की हिम्मत से कोई भी हिस्ट्रीशीटर या समूह पत्रकारों पर जानलेवा हमला कर सकता है। उन्होंने ऋषिकेश की घटना पर गहरा दुख प्रकट किया। कहा कि धर्मक्षेत्र, धर्म, राज्य तथा संविधान की रक्षा के लिए ऋषिकेश क्षेत्र में चल रहे नशे के कारोबार की सीबीआइ जांच होनी चाहिए। सरकार पर दबाव बनाया जाएगा। पीड़ित पत्रकार की रक्षा करने में सरकार नाकाम है। उसे एक करोड़ रुपये का मुआवजा सरकार दे। साथ ही ऐसे अपराधियों की अवैध संपत्ति को ध्वस्त करे। इस दौरान विनोद चंद्र जोशी और अन्य मौजूद रहे।