सोशल मीडिया पर कुमाऊनी समाज को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट, संघर्ष वाहिनी बागेश्वर ने जताया आक्रोश
बागेश्वर। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर विवेक शर्मा नामक व्यक्ति द्वारा कुमाऊनी समाज को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी से क्षेत्र में आक्रोश फैल गया है। शर्मा ने एक ऑडियो-वीडियो पोस्ट में स्वयं को हल्द्वानी का मूल निवासी बताते हुए कुमाऊनी समाज की परंपराओं और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि पर अपमानजनक टिप्पणी की है।
वीडियो में शर्मा ने कुमाऊनी समाज की जड़ों और पीढ़ियों के इतिहास पर सवाल उठाते हुए चुनौतीपूर्ण अंदाज में टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि “कुमाऊनीयों की क्या जड़ें रही होंगी, छह पीढ़ियों तक कोई बात नहीं पाएगा… बहुत कम कुमाऊनी होंगे जो अपनी छह पीढ़ियों के बारे में जानते होंगे, जबकि हम पर सात पीढ़ियों का इतिहास दर्ज है।”
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह वीडियो कुमाऊनी समाज की भावनाओं को आहत करने के साथ-साथ युवाओं को भड़काने का प्रयास है। इसमें झूठे और अप्रमाणिक तथ्यों के आधार पर कुमाऊनी संस्कृति व लोक-परंपराओं को निशाना बनाया गया है।
संघर्ष वाहिनी ने जताई चिंता
संघर्ष वाहिनी बागेश्वर के जिलाध्यक्ष कवि जोशी ने इस मामले पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की हेट स्पीच कुमाऊं के सौहार्दपूर्ण और शांतिपूर्ण वातावरण में खलल डालने का प्रयास है। “ऐसे वीडियो के पीछे कारोबारी या राजनीतिक स्वार्थी तत्वों की संलिप्तता हो सकती है, जो अपने निजी फायदे के लिए समाज में क्षेत्रीय आधार पर भेदभाव और वैमनस्य फैलाना चाहते हैं,” उन्होंने कहा।
उन्होंने प्रशासन से मांग की कि इस हेट स्पीच को तैयार करने और प्रसारित करने वाले व्यक्ति समेत उसके सहयोगियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही वीडियो को लाइक और शेयर कर आगे फैलाने वालों को भी चिन्हित कर उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही हो।
कोतवाली में दी गई तहरीर
इस पूरे प्रकरण को लेकर बागेश्वर कोतवाली में तहरीर दी गई है। तहरीर में आरोपी व्यक्ति के खिलाफ विधि अनुसार एफआईआर दर्ज कर जांच करने और इंटरनेट से आपत्तिजनक वीडियो को हटाने की मांग की गई है।
इंटरनेट से वीडियो हटाने की मांग
संघर्ष वाहिनी ने प्रशासन से यह भी मांग की है कि आपत्तिजनक वीडियो के मूल स्रोत और इंटरनेट पर मौजूद सभी लिंक को तत्काल हटाने की कार्रवाई की जाए। साथ ही उपलब्ध साक्ष्यों को न्यायालय के समक्ष विचारण हेतु सुरक्षित किया जाए।
कवि जोशी ने प्रशासन को चेताया है कि यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो क्षेत्रीय आधार पर भेदभाव और वैमनस्य की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन पर होगी।






