बागेश्वार गरुड़। रंगारंग कार्यक्रमों के साथ सुप्रसिद्ध मां कोट भ्रामरी नंदाष्टमी मेले का आगाज हो गया है। मेले का शुभारंभ केंद्रीय सड़क व परिवहन राज्यमंत्री अजय टम्टा ने किया। उन्होंने कहा कि कोट भ्रामरी का मेला ऐतिहासिक, पौराणिक, धार्मिक के साथ-साथ व्यापारिक महत्व का भी है। इस मेले की प्रमुख विशेषता यह है कि यहां कुमाऊं और गढ़वाल की संस्कृति का एक साथ समागम होता है।
मंगलवार को देर सायं कोट भ्रामरी नंदाष्टमी मेले का बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा ने शुभारंभ करते हुए कहा कि यह मेला कुमाऊं और गढ़वाल को एकता के सूत्र में भी बांधता है। इससे पूर्व मेला समिति ने फूलमाला पहनाकर, शॉल ओढ़ाकर व स्मृति चिह्न देकर उनका जोरदार स्वागत किया। विशिष्ट अतिथि दर्जा राज्यमंत्री शिव सिंह बिष्ट ने कहा कि कोट भ्रामरी मेले के संरक्षण के लिए और भी प्रयास किए जायेंगे। विधायक पार्वती दास व सुरेश गढ़िया ने कहा कि मेलों के संरक्षण के लिए प्रदेश सरकार ठोस प्रयास कर रही है। पूर्व विधायक ललित फर्सवाण ने कहा कि मेलों में ही लोक संस्कृति के विविध रंग देखने को मिलते हैं। मेलाध्यक्ष व प्रमुख हेमा बिष्ट ने मुख्य अतिथि समेत सभी अतिथियों का आभार व धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन मेला कमेटी के सचिव देवेंद्र गोस्वामी, सांस्कृतिक प्रभारी नंदन सिंह अल्मिया और चंद्रशेखर बड़सीला ने किया। इस दौरान जिलाधिकारी आशीष भटगांई, पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर आर घोड़के, मेला अधिकारी और एसडीएम जितेंद्र वर्मा, तहसीलदार निशा रानी, भाजपा जिला महामंत्री घनश्याम जोशी, जिपंस जनार्दन लोहुमी, गोपाल सिंह किरमोलिया, सुनीता आर्या, भावना दोसाद, रूपा कोरंगा, इंद्रा परिहार, एससी मोर्चा कुमाऊ संयोजक जेसी आर्या, मेला उपाध्यक्ष बलवंत भंडारी, ज्येष्ठ प्रमुख बहादुर कोरंगा, कनिष्ठ प्रमुख दीपा जोशी, मेलाडुंगरी की ग्राम प्रधान कौशल्या देवी, व्यापार संघ के जिलाध्यक्ष बबलू नेगी, हरीश रावत, डीके जोशी, सुनील दोसाद, गिरीश कोरंगा समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।