थराली / अधिकारी, कर्मचारियों के बाद अब देवाल ब्लाक प्रमुख पर पत्रकारों को धमकाने पर पिंडर घाटी के पत्रकारों ने आक्रोश व्यक्त किया है।इस संबंध में मुख्यमंत्री, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, कैबिनेट मंत्री, थराली विधायक सहित जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक चमोली,उप जिलाधिकारी एवं थाना निरीक्षक थराली को पत्र भेजें हैं। इसके अलावा इस संबंध में पत्रकारों के प्रदेश स्तरीय संगठनों को भी पत्र भेजें गए हैं।
बुधवार को पर्वतीय पत्रकार एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष पिमोली की अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक में कहा गया कि गत दिवस मंगलवार को स्वतंत्र पत्रकार हरेंद्र बिष्ट को ग्वालदम-कर्णप्रयाग राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित गंगानगर में देवाल के प्रमुख दर्शन दानू के द्वारा उनका नाम अखबारों,सोशल मीडिया में नाम प्रकाशित नही करने,गत दिनों सोशल मीडिया में देवाल कूड़ा वाहन के खिलाफ चल रही खबरों को आन्य ग्रुपों में वायरल करने को लेकर धमकाने एवं अभद्रता किए जाने पर पत्रकारों ने कड़ा रुख अख्तियार किया हैं।
प्रमुख के द्वारा किए गए इस व्यवहार का कड़े शब्दों में निंदा की गई। बैठक में कहा गया कि पिछले लंबे समय से प्रमुख के द्वारा कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज की आड़ में क्षेत्र एवं जिलास्तरीय अधिकारियों, कर्मचारियों की शिकायतें करने की तरह ही अब पत्रकारों की शिकायतें करने की धमकी देने की राजनीति की जा रही हैं जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नही किया जा सकता हैं। इस संबंध में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि ब्लाक प्रमुख की सभी तरह की खबरों का बहिष्कार किए जाने, धमकाने के संबंध में भाजपा के प्रदेश नेतृत्व में पत्र लिखने का प्रयास पारित किया गया। जिसमें स्पष्ट किया गया कि प्रमुख द्वारा एक सप्ताह के अंदर पत्रकारों से सार्वजनिक माफी नही मांगें जाने पर बीजेपी की खबरों को प्रकाशित करने पर पत्रकारों को सोचने पर मजबूर होना पड़ेगा।
इस संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, थराली विधायक भूपाल राम टम्टा को पत्र भेज कर प्रमुख दर्शन दानू के खिलाफ पार्टी फोरम पर कार्रवाई करने, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक चमोली, उपजिलाधिकारी थाना प्रभारी थराली से मामले की निष्पक्ष जांच किए जाने की मांग की हैं।
इसके साथ ही पत्रकारों के हितों की सुरक्षा के लिए प्रयासरत राज्य के पत्रकार संगठनों को भी मामले पर संज्ञान लेते हुए आवश्यक कार्रवाई के अनुरोध के साथ पत्र भेजें गए हैं।