“समर कैंप में लोकनृत्य और भाषाओं की धूम”
बागेश्वर। भारतीय भाषा समर कैंप के तीसरे दिन सांस्कृतिक गतिविधियों की रंगारंग प्रस्तुतियों ने शिविर में उत्साह का संचार किया। विभिन्न राज्यों की भाषाओं में नृत्य, गीत और परंपरागत कलाओं का प्रशिक्षण दिया गया। विद्यार्थियों ने पूरे जोश और उमंग के साथ लोक कलाओं को आत्मसात किया।
शिविर में रिसोर्स पर्सन डॉली जोशी, सरोज गौड़ और हरीश राम ने छात्र-छात्राओं को संस्कृत और पंजाबी भाषा के माध्यम से लोक नृत्य सिखाए। इन प्रशिक्षण सत्रों में बच्चों ने सिर्फ भाषा ही नहीं सीखी, बल्कि उस भाषा से जुड़ी सांस्कृतिक विरासत से भी रूबरू हुए।
प्रधानाचार्य राजीव निगम ने जानकारी दी कि समर कैंप में लगभग 90 छात्र-छात्राएं भाग ले रहे हैं और प्रतिदिन नए-नए विषयों पर व्यावहारिक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से छात्रों का बहुभाषिक और बहुसांस्कृतिक विकास होता है।
इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक संजय जनोटी, चंपा रौतेला सहित विद्यालय स्टाफ और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। आयोजन के दौरान माहौल पूरी तरह से जीवंत और रचनात्मकता से भरपूर रहा।






