बागेश्वर में विगत 18 जुलाई की मध्यरात्रि को ग्रामसभा रातिरकेटी के केटी तोक में अतिवृष्टि से यमन सिंह,उदय सिंह,भूपाल सिंह के मकान पूर्ण रूप से ध्वस्त होकर मलबे में डूब चुके हैं और लक्ष्मण सिंह,गोपुली देवी,देव सिंह के मकानों में दरार पड़ चुकी है जोकि अतिवृष्टि से बने नाले से खतरे की जद में हैं। मलकाडुंगरचा में गंगा सिंह का मकान ,लीती में जवाहर सिंह व प्रवीन सिंह का मकान भूस्खलन से पूर्ण क्षतिग्रस्त है। इस बड़ी आपदा में अभी तक सरकार और उसके नुमाइंदे प्रभावित परिवारों की मदद तक नहीं कर रही है। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी ने कहा कि जिला प्रशासन और सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेना होगा। आपदा प्रभावित परिवारों की मदद को आगे आना होगा।
क्षेत्र में आपदा प्रभावित परिवारों की समस्या जानने पहुंचे पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष बागेश्वर हरीश ऐठानी ने अपने साथी गोविंद बिष्ट, सुरेश खेतवाल,दीपक गढ़िया, राजेन्द्र कोरंगा,विजय मेहता के साथ आपदा प्रभावितों को राहत सामग्री वितरित की। वही केटी के लोगों ने बताया कि आज तक शासन प्रशासन द्वारा राहत के नाम पर सिर्फ एक चेक ही दिया गया है जबकि उनके रहने व खाने के लिए कोई मदद नहीं की गई है। हरीश ऐठानी ने कहा आपदा प्रभावितों को भी कुंवारी व सेरी के अनुसार मदद मिलनी चाहिए,गौरतलब है कि कुंवारी के आपदा प्रभावितों को मकान हेतु 7.5 लाख रु,मकान बनने तक 4 हजार रु मकान का किराया व खाद्यान्न सामग्री,बर्तन ,कपड़े आदि दिया गया था।उन्होंने कहा कि केटी में आपदा से बने नाले से भविष्य में अधिक खतरा है जिससे बचाव के लिए पूर्व की भांति खेत बनाए जाय अन्यथा इस नाले से अधिक पानी आएगा जिससे शेष जमीन व मकान ध्वस्त होने का खतरा बना हुआ है। साथ ही उन्होनें तमाम सामाजिक संगठनों से भी पीड़ितों को मदद करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि केटी तक सड़क मार्ग से जाना भी आसान नहीं हो रहा है। सड़को की स्थिति भी दयनीय हुई है। उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार और जिला प्रशासन को संवेदनशीलता दिखानी चाहिए।

