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परिश्रम ही सफलता की एकमात्र कुंजी: वर्मा –

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बागेश्वर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बागेश्वर में चल रही अनुभावात्मक भौतिक पर राष्ट्रीय कार्यशाला जारी है। तीसरे दिन पद्मश्री प्रो. एचसी वर्मा के नेतृत्व में प्रसिद्ध खरगोश और कछुए की कहानी से आरंभ हुआ, जिसमें भौतिक विज्ञान एवं गणित की प्रश्नों को सम्मिलित कर किस प्रकार कक्षा में भौतिक विज्ञान शिक्षण किया जा सकता है, इस पर गतिविधियां की गई। विभिन्न विद्यालयों से आए कक्षा 11वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों के साथ वर्मा की कार्यशाला। बच्चों से बात करते हुए उन्होंने बताया कि कथा कहानियों से भाषा- व्याकरण, जीवन कौशल की सीख तो दी जा सकती है और फिर पूछा कि क्या इस कहानी से क्या हम भौतिक विज्ञान सीख सकते हैं?
इसके बाद उन्होंने बच्चों को वेक्टर का जोड़, घटाना और परिणामी दिशा पर बातचीत की गई। कहानी के माध्यम से बच्चों को अभिकेंद्र बल की संकल्पना तथा इसकी गणना प्रोफेसर द्वारा रोचक तरीके से बताई गई। प्रो. वर्मा ने बच्चों को खूब मेहनत करने को कहा। उन्होंने कहा सफलता के लिए कोई ट्रिक नहीं होती। लगातार परीश्रम करना ही सफलता की कुंजी है। कार्यशाला में राजकीय आदर्श इंटर कॉलेज बागेश्वर, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज बागेश्वर, महर्षि विद्या मंदिर बिलौना, राजकीय अटल आदर्श इंटर कॉलेज वाज्यूला के लगभग 60 बच्चों ने प्रतिभा किया। बच्चों ने अपनी जिज्ञासाएं भी प्रोफेसर वर्मा के समक्ष रखी जिनका वर्मा सर द्वारा जवाब दिया गया। इसके पश्चात संदर्भ दाता भवानी शंकर कांडपाल ने गतिविधि आधारित भौतिक विज्ञान के विभिन्न संप्रत्ययों का प्रदर्शन किया। जिन्हें वर्मा द्वारा विस्तार से समझाया गया। स्थैतिक एवं लोटनिक घर्षण पर आधारित गतिविधियों का प्रदर्शन भी किया गया। कार्यशाला में समन्वयक राजीव जोशी, सह समन्वयक कैलाश प्रकाश चंदोला, प्राचार्य डॉ. मनोज कुमार पांडे, रितेश कुमार, भवानी शंकर कांडपाल, विनोद जोशी, आलोक पांडे, हरिओम मेहता, विक्रम पिलख्वाल, प्रिया रस्तोगी, राजेंद्र सिंह रावत, , प्रेम मावड़ी, शैलेंद्र धपोला, सी.एम.जोशी, कादंबरी, अभिषेक, शैलेंद्र कंटक आदि उपस्थित थे।

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