गुलदार ने पौड़ी रेंज के अंतर्गत दो जगहों पर हमला कर दो लोगो को गंभीर रूप से घायल कर दिया। एक हमले मे बालिका गंभीर रूप से घायल हो गई तो दूसरे हमले में गुलदार ने एक व्यक्ति को गंभीर रूप से घायल कर दिया। बीच बचाव की वजह से इन दोनों ही हमलों में दोनो की जान बच गई।
पौड़ी में गुलदार का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां अलग अलग जगहों पर तीन-तीन गुलदार खुलेआम घूमते दिखाई दे रहे हैं। तो कभी गुलदार घर में ही घुसकर लोगों पर हमला कर रहे हैं।
गढ़वाल वन प्रभाग की पौड़ी रेंज नागदेव के अंतर्गत कल देर शाम गुलदार ने दो अलग-अलग जगहों पर हमला कर दो लोगों को घायल कर दिया। गनीमत रही कि इन हमलों में उनकी जान बच गई। वहीं वन विभाग द्वारा घायलों का उपचार जिला अस्पताल में किया जा रहा है। साथ ही विभाग द्वारा उन्हें फौरी राहत राशि भी मुहैया कराई गई है.
पौड़ी रेंज के रेंजर ललित मोहन नेगी ने बताया कि पौड़ी शहर के वार्ड नंबर 11 में गडोली के समीप गुलदार ने एक बालिका पर हमला कर उसे घायल कर दिया। बालिका अपने घर के आंगन के पास ही गेट पर कुत्ते को लेकर घूम रही थी। तभी घात लगाए गुलदार ने उस पर झपटा मार दिया। घर के अन्य लोगों के शोर मचाने के बाद गुलदार भाग गया। लेकिन इस हमले में 10 साल की आरुषि पुत्री रवींद्र सिंह के चेहरे पर गहरे जख्म बन गये हैं।
वहीं तमलाग में 40 वर्षीय विक्रम लाल घर के आंगन में बने बेड़े में अपनी बकरियों को बांध रहे थे। तभी गुलदार ने उन पर झपट्टा मार दिया। गुलदार का हमला इतना जोरदार था कि विक्रम लाल इस झटके में एक किनारे गिर गये। जिससे उसकी बायीं आंख पर निशान पड़ गया। इसके बाद गुलदार ने उनके गले और चेहरे पर पंजों से वार किया। लेकिन अन्य लोगों के हो-हल्ला करने पर गुलदार जंगल की तरफ भाग गया। जिससे विक्रम की जान बच गई। सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीमो ने उन्हें समय रहते जिला अस्पताल पहुंचाया। जहा उनका इलाज चल रहा है।
रेंजर ललित मोहन नेगी ने बताया कि दोनों मामलो में फौरी सहायता राशि प्रदान कर दी गई है। साथ ही दोनों जगहों पर गश्ती दल भी तैनात कर दिए गए हैं। जरूरत पड़ी तो वहां पर पिंजरे भी लगाए जाएंगे।